जुबिली स्पेशल डेस्क
भारत में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। बीतेे 24 घंटे में देश में कोरोना संक्रमण के 27,553 नए मामले सामने आए हैं और 284 लोगों की मौत हुई है।
देश में एक्टिव केस 1,22,801 है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार देश में नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के संक्रमण की संख्या बढ़कर 1,525 हो चुकी है।
ओमिक्रॉन के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच WHO (विश्व स्वास्थ्य संगठन) के प्रमुख डॉ. टेड्रस अधनोम ने बताया है इस बीमारी का कब अंत होगा। उन्होंने उम्मीद जताई है कि 2022 कोरोना की महामारी का आखिरी साल हो सकता हैलेकिन इसके लिए विकसित देशों को अपने वैक्सीन दूसरे देशों के साथ साझा करने होंगे। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस अपने तीसरे साल में प्रवेश कर चुका है। WHO के निदेशक को पूरा भरोसा जताया है कि साल 2022 में कोरोना महामारी का अंत हो जाएगा। लेकिन संक्रीर्ण राष्ट्रवाद और वैक्सीन के जमाखोर इसमें बाधा बन सकते हैं।
उन्होंने बताया कि वैक्सीन की असमानता जितनी ज्यादा रहती है, वायरस के विकसित होने का जोखिम भी उतना ज्यादा होता है. हम इसका अंदाजा भी नहीं लगा सकते हैं।
ताजा आंकड़े बताते हैं कि दुनिया के कई हिस्से पिछड़ रहे हैं। बुरुंडी, डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कोन्गो, चाड और हैटी जैसे देशों में पूरी तरह से वैक्सीनेट लोगों की आबादी एक प्रतिशत से भी कम है।
जबकि हाई इनकम वाले देशों में यह आंकड़ा 70 प्रतिशत से अधिक होने का अनुमान है. डॉ. टेड्रस ने कहा कि इस असमानता से निपटने के बाद ही हम एक सामान्य जीवन में वापस लौटने की कल्पना कर सकते हैं ।
यूके हेल्थ सेक्रेटरी एजेंसी (UKHSA) ने क्या कहा
यूके हेल्थ सेक्रेटरी एजेंसी (UKHSA) ने अपने ताजा डेटा में वैक्सीन को काफी अहम बताया है। उसने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि अगर आप अनवैक्सीनेटेड हैं तो आपके अस्पताल में भर्ती होने की संभावना 8 गुना ज्यादा होती है। इसलिए जिन लोगों ने अभी तक कोई डोज नहीं लिया है, उन्हें तुरंत वैक्सीन लगवाने का इंतजाम करना चाहिए।
बता दे कि कोरोना के नये वेरिएंट ओमिक्रॉन की वजह से पूरी दुनिया में एक बार फिर दहशत देखी जा रही है। दुनिया के अधिकांश देश इससे निपटने की तैयारियों में जुटे हुए हैं।
एक बार फिर प्रतिबंधों का दौर शुरु हो गया है। देश में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों के बीच देश कई प्रदेशो में एक बार फिर नाइट कर्फ्यू का दौर लौट आया है।