जुबिली न्यूज़ डेस्क
बिजली विभाग में हुए पीएफ घोटाले का मामला अभी शांत नहीं हुआ है। वहीं माध्यमिक शिक्षा परिषद के 91 अशासकीय विद्यालयों के भविष्य निधि की जमा धनराशि में बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। मामला उत्तर प्रदेश के बलिया जनपद का है।
बता दें कि, सोशल मीडिया पर जिला विद्यालय निरीक्षक अमर नाथ राय का लिखा एक पत्र वायरल होने के बाद इस मामले का खुलासा हुआ है। जनपद के शिक्षकों में मामला सामने आने के बाद डर है कि, उनका रुपया मिलेगा भी की नहीं।
सोशल मीडिया पर जो लेटर वायरल हुआ है उसे तत्कालीन जिला विद्यालय निरीक्षक अमर नाथ राय 13/10/2017 को वित्त नियंत्रक माध्यमिक शिक्षा निदेशालय उत्तर प्रदेश इलाहाबाद को लिखा था।
जिसमे उन्होंने बताया है कि, माध्यमिक शिक्षा परिषद के 91 अशासकीय विद्यालयों के भविष्य निधि के जमा 1141092024 रुपये (एक अरब 14 करोड़ 10लाख 92हजार 24 रुपये) में से कोषागार बलिया में 31 मार्च 17 तक जीपीएफ 5 करोड़ 14 लाख 29 हजार 7 सौ 64 रुपये अवशेष है। जबकि 1000 करोड़ का देयक है। बलिया कोषागार से 1अरब 8 करोड़ 96 लाख 62 हजार 2 सौ 60 रुपये का पता नही।
उन्होंने लिखा है कि, कर्मचारियों के जीपीएफ अग्रिम धनराशि का भुगतान नहीं हो पाने से जनपद में गंभीर संकट उत्पन्न हो गया है।
लगातार संघर्ष करने के बाद भी शिक्षकों की गाढ़ी कमाई न जाने किस की जेब में जा रही है। लगातार प्रयास के बाद भी अब तक मामले पर कार्रवाई तो दूर शासन ने संज्ञान तक नहीं लिया।
-आरपी मिश्रा, प्रदेश अध्यक्ष माध्यमिक शिक्षक संघ
प्रमोद कुमार मिश्र (पूर्व एमएलसी, देवरिया) ने जुबिली पोस्ट से बातचीत में बताया कि, ‘कर्मचारियों के जीपीएफ का रुपया कोषागार में अब तक जमा नहीं हो सका है, जिसके चलते जनपद के शिक्षक जो रिटायर हो रहे हैं उन्हें अपने जीपीएफ का रुपया नहीं मिल पा रहा है। कर्मचारी अपनी जरूरतों के लिए लोन भी नही ले पा रहे हैं।’
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