जुबिली न्यूज डेस्क
उत्तराखंड के हल्द्वानी में आखिरकार शांति बहाल हो रही है। शनिवार को नैनीताल पुलिस ने हल्द्वानी के बनभूलपुरा पुलिस थाना क्षेत्र में कर्फ्यू में ढील दी है। यहां 8 फरवरी को उत्तराखंड सरकार द्वारा अतिक्रमण विरोधी अभियान के तहत एक अवैध ढांचे को ध्वस्त करने के बाद झड़पें हुई थीं। इसमें 6 लोगों की मौत हुई थी तो पत्रकार-पुलिस समेत 100 से ज्यादा लोग घायल हुए थे।
फिलहाल गौजाजाली, एफएसआई, गोदाम क्षेत्र में रात 8 बजे से सुबह 6 बजे तक रात्रि कर्फ्यू जारी रहेगा। नैनीताल पुलिस के ताजा आदेश के अनुसार बनभूलपुरा थाने के अंतर्गत आने वाले बाकी इलाकों में शाम 5 बजे से सुबह 6 बजे तक रात्रि कर्फ्यू जारी रहेगा।
किसी के लिए नायक तो कुछ के लिए खलनायक
हल्द्वानी की सांप्रदायिक हिंसा के बीच जिला मजिस्ट्रेट वंदना सिंह तनाव को कम करने में एक नायक की तरह उभरकर सामने आईं। हालांकि, एक वर्ग ने बनभूलपुरा में अवैध रूप से निर्मित मदरसे के विध्वंस से संबंधित उनके फैसले की आलोचना भी की है। शनिवार को एक्स प्लेटफॉर्म पर #ArrestVandanaSingh ट्रेंड करने लगा। एक यूजर ने लिखा, ‘नैनीताल डीएम वंदना सिंह चौहान को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाना चाहिए….!! आखिर ऐसा क्या हुआ कि 20 साल पुरानी मरियम मस्जिद को अवैध मानकर तोड़ दिया गया…??????’
हालांकि, दंगों से निपटने के लिए त्वरित कार्रवाई करने के लिए नैनताल की डीएम वंदना का भी समर्थन मिला। हल्द्वानी दंगे के दोषियों के बचाव में इकोसिस्टम सक्रिय हो गया है और वे नैनीताल की डीएम वंदना सिंह के खिलाफ #ArrestVandanaSingh चला रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, ‘डीएम ने वहां बहुत अच्छा काम किया है और एक ऐसे ही प्रशासक की जरूरत है जो अवैध रूप से रहने वाले लोगों से हल्द्वानी को मुक्त करा सके।’
जानिए कौन हैं वंदना सिंह?
हरियाणा के नसरुल्लागढ़ की रहने वाली वंदना सिंह उत्तराखंड कैडर की 2012 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। वंदना सिंह ने कन्या गुरुकुल भिवानी से संस्कृत ऑनर्स और बीआर अंबेडकर विश्वविद्यालय, आगरा से एलएलबी की पढ़ाई की।24 साल की उम्र में वंदना सिंह ने अपने पहले ही प्रयास में यूपीएससी परीक्षा में 8वीं रैंक हासिल की। इसके तुरंत बाद उन्हें उत्तराखंड के पिथोरागढ़ के मुख्य विकास अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया। वे जिले की पहली महिला सीडीओ बनीं।
कुछ मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, वंदना सिंह ने 2017 और 2020 के बीच ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान के ब्रांड एंबेसडर के रूप में भी काम किया। 2020 में वंदना सिंह को रुद्रप्रयाग के डीएम और फिर 2021 में अल्मोड़ा के डीएम के रूप में नियुक्त किया गया। वह 17 मई 2023 से नैनीताल की डीएम हैं।
हल्द्वानी हिंसा अपडेट
बनभूलपुरा हिंसा में वांछित पिता-पुत्र, अब्दुल मलिक और अब्दुल मोईद के घरों को हल्द्वानी में अधिकारियों ने कुर्क कर लिया था। पथराव, आगजनी की घटनाओं से संबंध में अब तक 42 आरोपियों को पकड़ा गया है।