जुबिली स्पेशल डेस्क
इंडियन प्रीमियर लीग अब अंतिम चरण में पहुंच गई है। हालांकि इस बार आईपीएल मुंबई की टीम कोई खास कमाल नहीं कर सकी है जबकि चेन्नई की टीम इस बार पुरानी लय पाने में नाकाम रही है।
आईपीएल से अक्सर नये सितारे मिलते हैं। चाहें हो बल्लेबाज हो या फिर गेंदबाज। कोई न कोई आईपीएल में अपने प्रदर्शन से दुनिया जीतने का हौंसला दिखाते हैं। कई खिलाड़ी आईपीएल के सहारे भारतीय टीम में प्रवेश भी पा लेते हैं।
इस बार के आईपीएल एक तेज गेंदबाज की चर्चा ज्यादा देखने को मिल रही है। उसकी गेंदों की रफ्तार से कई दिग्गज हैरान है। सनराइजर्स हैदराबाद के तेज गेंदबाज उमरान मलिक की गेंदों की रफ्तार अब चर्चा का विषय बनी हुई है।
जम्मू कश्मीर का ये गेंदबाज ने आईपीएल इतिहास में सबसे तेज गेंद डाली है। उनकी गेंदों की रफ्तार को देखकर उन्हें अगला शोएब अख्तर तक कहा जा रहा है। ऐसे में भारत को अब उमरान के रूप में एक अच्छा पेसर मिलने की उम्मीद जरूर जग गई है।
उसकी गेंदों में रफ्तार है और हर ओवर की हर गेंद 150-155 kphकी स्पीड से गेंद आसानी से फेंक देते हैं। आईपीएल-2022 में उनकी हाइएस्ट स्पीड 157 kph की रही है, जो टूर्नामेंट के इतिहास की ऑलटाइम दूसरी सबसे तेज गेंद रही।
जम्मू डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन के कोच रणधीर मन्हास कहते हैं, ‘मैंने उससे कहा कि उमरान जिस दिन तुम राष्ट्रीय स्तर पर खेलोगे, तुम्हें पीछे मुड़कर नहीं देखना पड़ेगा।इसलिए गंभीर रहो। मैंने उसे अंडर -19 ट्रेनिंग के लिए भेजा, जहां उसने जूते उधार लेते हुए गेंदबाजी की थी। वह कूचबिहार ट्रॉफी के लिए चुना गया, लेकिन उसे केवल ओडिशा के खिलाफ बारिश से बाधित मैच खेलने के लिए मिला। उमरान के पिता अब्दुल मलिक स्थानीय स्तर पर फल और सब्जियों की दुकान लगते है।
देश-विदेश के कई पूर्व खिलाड़ी और क्रिकेट के जानकार की जुबान पर इस समय उमरान मलिक का नाम है और उसकी तारीफ करते थक नहीं रहे हैं।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान इयान चैपल एक आर्टिकल में लिखा है कि उमरान मलिक की गति को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। एक स्पोर्ट्स वेबसाइट के लिए इयान चैपल लिखते हैं, ‘भारत ने कई सालों से विश्व स्तरीय तेज गेंदबाज तैयार करने में धैर्य दिखाया है लेकिन आगे भविष्य में उमरान मलिक की स्वाभाविक गति को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
चैपल लिखते हैं, ‘भारत अभी विश्व क्रिकेट में सबसे ज्यादा प्रभावी है. अगर इस तरह का रिवॉल्यूशन होता रहा तो वह आगे भी लीडिंग टीम बनी रहेगी। आज भारत को अपनी इस प्रभावी स्थिति के लिए IPL को धन्यवाद देना चाहिए।’
चैपल यह भी लिखते हैं कि बुमराह, शमी और सिराज जैसे तेज गेंदबाजों के कारण भारत के विदेशी दौरों पर प्रदर्शन में सुधार हुआ.।यहां इशांत शर्मा, उमेश यादव और शार्दुल ठाकुर जैसे गेंदबाज भी हैं जो टीम की तेज गेंदबाजी को गहराई देते हैं।