जुबिली न्यूज डेस्क
बिहार की राजनीति में अपराध का पुराना गठजोड़ रहा है। 15 साल पहले जब बिहार में लालू युग था तब भी अपराधिक पृष्ठभूमि के लोग चुनाव में ताल ठोक रहे थे और अब जब बिहार की सत्ता में सुशासन बाबू हैं तब भी ऐसे ही लोगों का राजनीति में डंका बज रहा है।
इस बार भी बिहार विधानसभा चुनाव में कहीं बाहुबली नेता तो कही उनकी पत्नियां मैदान में उतर गई हैं। सियासी गलियारे से लेकर चुनाव मैदान बाहुबलियों की राजनीति की चर्चा हो रही है, लेकिन इसके बीच में एक काले कपड़ों वाली लड़की चर्चा में हैं।
8 मार्च की सुबह बिहार में हर कोई हैरान हो गया था जिसने भी अखबार के पहले पन्ने पर एक विज्ञापन देखा था। विज्ञापन में छपा था ‘मैं बिहार बदलना चाहती हूं और इस बार के बिहार की सीएम बनूंगी’।
दरअसल ये ऐलान इतना जोरदार था कि हर किसी को ये समझने में कई दिन लगे कि ‘फिल्मी एंट्री’ करने वाली ये लड़की आखिर है कौन?
खैर धीरे-धीरे लोगों को मीडिया के माध्यम से पुष्पम प्रिया चौधरी के बारे में पता चला। फिर पुष्पम प्रिया ने प्लुरल्स पार्टी का ऐलान कर दिया और अब उम्मीदवार भी मैदान में उतार दिया।
पुष्पम प्रिया हमेशा ब्लैक ड्रेस में नजर आती हैं। वह ब्लैक शर्ट और ब्लैक जींस पहनती हैं।
फिलहाल खुद को सीएम फेस बताने वाली पुष्पम प्रिया चौधरी ये वो नाम है, जिसकी चर्चा सिर्फ बिहार में ही नहीं, बल्कि दिल्ली तक हो रही है।
पुष्पम दो सीटों से चुनाव लड़ रही हैं, जिसमें से एक सीट पर उनके खिलाफ कांग्रेस से शत्रुघ्न सिन्हा के बेटे चुनाव मैदान में हैं, पर वह अपनी जीत को लेकर आश्वस्त हैं।
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पुष्पम प्रिया चौधरी ने बांकीपुर से नामांकन किया है। वह रत्नों की काफी शौकीन हैं। उनके हाथों में जो अंगूठियां देखती है, वह उसकी कीमत आठ लाख रुपए बता रही हैं। उनके पास चल संपत्ति 15 लाख 92 हजार 487 रुपये कीमत की है तो अचल संपत्ति एक भी नहीं। पुष्पम के पास एक भी वाहन नहीं है।
पुष्पम का परिवार पिछले 40 साल से बिहार की राजनीति में सक्रिय है। उनके दादा, पिता और चाचा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबियों में गिने जाते रहे हैं। इस विधानसभा चुनाव में भी उनके चाचा जदयू प्रत्याशी हैं। उनके पिता एमलसी थे, जिनका हाल ही में कार्यकाल समाप्त हुआ है।
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पुष्पम दरभंगा जिला मुख्यालय से 15 किमी दूर है विशनपुर गांव की रहने वाली हैं। यहां उनके चचेरे चाचा रहते हैं। उन्होंने इंग्लैंड के द इंस्टीट्यूट ऑफ डेवलपमेंट स्टडीज विश्वविद्यालय से एमए इन डेवलपमेंट स्टडीज और लंदन स्कूल ऑफ इकोनोमिक्स एंड पॉलीटिकल साइंस से पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में एमए किया है।
इसी साल मार्च महीने में अखबारों में बड़े-बड़े विज्ञापन के साथ बिहार की राजनीति में इंट्री करने वाली प्लूरल्स पार्टी की अध्यक्ष पुष्पम प्रिया चौधरी कर्जदार हैं। वह एजुकेशनल लोन का पैसा नहीं चुका पाई हैं।
खुद को सीएम फेस बताने वाली पुष्पम प्रिया चौधरी के हाथ में भी नगदी के नाम पर महज 8 हजार रुपए ही है। इतना ही नहीं उनके पास कोई जमीन नहीं है।
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