जुबिली स्पेशल डेस्क
भारत में इस वक्त क्रिकेट का मौसम चल रहा है। इस साल देश में क्रिकेट की कई बड़ी सीरीज आयोजित होनी है। इतना ही नहीं 50 ओवर का विश्व कप भी भारत में ही आयोजित होगा।
ऐसे में भारतीय टीम के लिए मौजूदा सीजन काफी अहम है। जहां एक ओर भारतीय टीम इस वक्त श्रीलंका से सीरीज खेल रही है तो दूसरी तरफ भारत में इस वक्त रणजी ट्रॉफी भी शुरू हो चुकी है।
ऐसे में कई भारतीय क्रिकेटर है जो रणजी ट्रॉफी में खेल रहे हैं और टीम इंडिया के लिए अपना दावा पेश कर रहे हैं। उनमें एक खिलाड़ी है पृथ्वी शॉ, जो लंबे समय से टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं।
प्रचंड फॉर्म में चल रहे हैं पृथ्वी शॉ का बल्ला रणजी में रनों की बारिश करता हुआ नजर आ रहा है लेकिन फिर भी सेलेक्टर्स उन्हें टीम में शामिल नहीं कर रहे हैं।
उन्होंने मुंबई की तरफ से खेलते हुए असम के खिलाफ तिहरा शतक जडक़र एक बार फिर भारतीय टीम में अपना दावा ठोंका है। हालांकि वो 400 रनों से चूक गए। असम टीम ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया, जो कि बिल्कुल गलत साबित हुआ।
मुंबई की तरफ से पृथ्वी शॉ ने पहले दिन धमाकेदार बल्लेबाजी करते हुए दोहरा शतक लगाया। इसके बाद वो रूके नहीं और फिर दूसरे दिन भी तूफानी बल्लेबाजी जारी रखी और उन्होंने 383 गेंदों पर 379 रन बनाकर एक बार फिर टीम इंडिया में वापसी के लिए दम भरा है। उन्होंने 49 चौके और 4 छक्के और असम के गेंदबाजों को मुश्किल में डाल दिया लेकिन 400 रन पूरा करने से चूक गए।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 4 टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए उनको मौका दिया जा सकता है। उन्होंने टीम इंडिया के लिए 5 टेस्ट मैचों में 339 रन बनाए हैं, जिसमें एक शतक शामिल है।
रणजी ट्रॉफी में सबसे बड़ा स्कोर बनाने का रिकॉर्ड
- उन्होंने एक-एक करके स्वप्निल गुगाले (351*)
- चेतेश्वर पुजारा (352)
- वीवीएस लक्ष्मण (353)
- समित गोहेल (359*)
- विजय मर्चेंट (359*)
- एमवी श्रीधर (366*)
- संजय मांजरेकर (377) को पीछे छोड़ा
- रणजी ट्रॉफ़ी में एक पारी में सबसे ज़्यादा रन मारने के मामले में भाऊसाहेब निम्बलकर सबसे आगे हैं
- भाऊसाहब ने महाराष्ट्र की ओर से खेलते हुए काठियावाड़ के ख़िलाफ़ 1948 में 443 रन बनाये थे
पृथ्वी शॉ का करियर पर एक नज़र
शॉ के करियर की बात करें तो उन्होंने टीम इंडिया के लिए 5 टेस्ट मैच खेले हैं। 9 पारियों में 1 शतक और दो अर्धशतक के साथ उनके नाम 339 रन दर्ज हैं।
वहीं 6 वनडे में वह सिर्फ 189 रन बना पाए हैं तो टी20 डेब्यू में शॉ खाता भी नहीं खोल पाए थे। शॉ ने टेस्ट के जरिए अपने इंटरनेशनल डेब्यू में शतक जरूर लगाया था लेकिन अभी भी उनका खास छाप छोड़ना बाकी है।
घरेलू क्रिकेट में शॉ की यह पहली ट्रिपल सेंचुरी है। इससे पहले फर्स्ट क्लास में उनका सर्वाधिक स्कोर 202 नाबाद था और लिस्ट ए में उन्होंने 227 रनों का बेस्ट स्कोर बनाया था।