सैय्यद मोहम्मद अब्बास
लखनऊ। 1996 का विश्व कप आपको याद होगा। जब भारतीय टीम ने पाकिस्तान को क्वार्टर फाइनल में धूल चटायी थी। भले ही भारत उस विश्व कप में सेमीफाइनल में जाकर हार गया हो लेकिन आज भी क्रिकेट फैंस पाकिस्तान के खिलाफ मिली जीत को बड़ी मानते हैं।
बेंगुरु में खेले गए मुकाबले में चेज़ मास्टर अजय जडेजा ने वकार यूनुस की लाइन लेंथ बिगाड़ कर रख दी थी। आज वहीं अजय जड़ेजा एकाएक सुर्खियों में है।
हालांकि इस बार वो अपने खेल के लिए नहीं बल्कि अफगानिस्तान टीम के बतौर मेंटर उनको हर कोई याद कर रहा है। दरअसल पाकिस्तान और इंग्लैंड को धूल चटाने वाली अफग़़ानिस्तान टीम का ‘कायाकल्प’ करने वाले मेंटर अजय जडेजा जिस तरह से मैदान पर अपने शानदार खेल की वजह से हमेशा चर्चा में रहते थे आज वो बतौर मेंटर अफगानिस्तान क्रिकेट को नई राह दिखा रहे हैं। अजय जडेजा की नजर में अफगानिस्तान टीम विश्व क्रिकेट की बड़ी टीमों में से एक है।
अफगानिस्तान ने पाकिस्तान टीम को धूल ऐसी चटाई की अब बाबर आजम टीम की सेमीफाइनल की गाड़ी भी छूटती हुई नजर आ रही है। दूसरी ओर अफगान टीम को सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए दो जीत की जरूरत है। उसका अगल मुकाबला तीन नवंबर को लखनऊ के इकाना स्टेडियम पर है। इकाना स्टेडियम उसका होग ग्राउंड भी रहा है।
बॉलिंग, फ़ील्डिंग और बैटिंग, खेल के तीनों मोर्चों पर अफग़़ानिस्तान ने पाकिस्तान को पीछे छोड़ा। अफगान की ये जीत इतनी बड़ी थी कि इसकी गूंज न सिर्फ भारत बल्कि पूरे पाकिस्तान के साथ-साथ काबुत तक सुनाई पड़ी। इस जीत के बार पूरे अफगानिस्तान के खिलाडिय़ों के साथ-साथ फैंस भी जमकर झूमे।
वहीं काबुल की सडक़ों पर जश्न मनाया गया। अफगानिस्तान की टीम जब विश्व कप में भाग लेने पहुंची थी तब उसको गम्भीरता से नहीं लिया गया था लेकिन उसने इंग्लैड, पाकिस्तान, श्रीलंका को हराया तब लोग ये कह रहे कि इस टीम में दम है।
वहीं इस टीम को यहां तक पहुंचने में उनके मेंटर अजय जडेजा का बहुत बड़ा रोल है। मैदान पर अपनी स्मालिंग फेस से सबके दिलों पर राज करते थे और मैदान पर उनकी चीते जैसी फुर्सी किसी से नहीं छुपी थी और बल्लेबाजी में उनके जैसा चेज़ मास्टर बहुत कम देखने को मिलता है।
क्रिकेट फैंस के लिए वो ‘मिस्टर चार्मिंग’रहे हैं
क्रिकेट फैंस के लिए वो ‘मिस्टर चार्मिंग’रहे हैं। उन्होंने इस अफगानिस्तान टीम को दबाव में रहकर खेलना सीखाया है। पाकिस्तान पर अफगान जब जीत दर्ज की तो सोशल मीडिया फौरन अजय जडेजा तेजी से ट्रेंड करने लगे और 1996 में खेली उस पारी का वीडियो भी वायरल हो रहा था जिसमें पाकिस्तान के खिलाफ जडेजा ने सिर्फ़ 25 गेंद में 45 रन बनाए थे और स्पीड स्टार वकार यूनुस क्रिकेट करियर खात्मे की कगार पर पहुंचा दिया था। अभी हाल में बीबीसी में छपे एक आर्टिकल में जडेजा का मानना है, “अफग़़ानी खिलाडय़िों की सबसे बड़ी ख़ासियत है निडरता। वे किसी भी टीम की आँख में आँख डालकर टक्कर दे सकते हैं।
जडेजा पर एक नज़र
वहीं पाकिस्तान टीम के पूर्व कप्तान शोएब मलिक जो कि जडेजा के साथ कमेंटेटर भी कर चुके हैं उन्होंने बड़ा बयान देते हुए कहा कि अफग़़ानिस्तान टीम में आए बदलाव का सबसे ज़्यादा श्रेय जडेजा को दिया जाना चाहिए।
अजय जड़ेजा ने साल 1992 से 2000 के बीच उन्होंने 15 टेस्ट मैच खेले हैं लेकिन 196 वनडे मैचों 5359 रन बनाये और उनका औसत करीब 38 का रहा है। उन्होंने छह शतक और 30 अर्धशतक लगाये हैं।
आज हर कोई उनकी तारीफ कर रहा है। उन्होंने वो कर दिखाया जिसे करने के लिए सालों लग जाता है। बतौर मेंंटर उनकी निगरानी में अफगानिस्तान विश्व क्रिकेट पटल अपनी अलग पहचान बनाता हुआ नजर आ रहा है।