- नहीं रहे पश्चिम बंगाल के पंचायत मंत्री सुब्रत मुखर्जी, 75 साल की उम्र में ली अंतिम सांस
जुबिली स्पेशल डेस्क
पश्चिम बंगाल सरकार में मंत्री और तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुब्रत मुखर्जी ने दुनिया को अलविदा कहा दिया है। जानकारी के मुताबिक हार्ट अटैक की वजह से सुब्रत मुखर्जी का निधन हो गया है।
सुब्रत मुखर्जी 75 साल के थे और पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में उन्होंने आखिरी सांस ली। बताया जा रहा है कि सुब्रत मुखर्जी को हार्ट अटैक पड़ा था।
इसके बाद आनन-फानन में उनको अस्पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन उनको बचाया नहीं जा सका और इलाज के दौरान उनकी सांसों ने उनका साथ छोड़ा और उनकी मौत हो गई है। उनके निधन की खबर से पश्चिम बंगाल में शोक की लहर है। खुद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खुद अस्पताल पहुंचीं और उन्होंने ही अपने साथी नेता की मौत की खबर की पुष्टि की।
अस्पताल पहुंचकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि जीवन में बहुत त्रासदी देखी है लेकिन ये बहुत बड़ी क्षति है, उन्होंने कहा कि ये अस्पताल की ओर से मुझे जानकारी मिली थी कि सुब्रत मुखर्जी को कल अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया जाएगा। उनके निधन पर शुभेंदु अधिकारी समेत कई नेताओं ने शोक व्यक्त किया है।
सुब्रत मुखर्जी के बारे में ….
- सुब्रत मुखर्जी पहले कांग्रेस में थे। कांग्रेस में उनका कद बहुत बड़ा था। कहा जाता है कि सुब्रत मुखर्जी उस दौर में इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के बेहद खास माने जाते थे।
- हालांकि बाद में उन्होंने टीएमसी में शामिल हो गए थे। वरिष्ठ नेता सुब्रत मुखर्जी टीएमसी के टिकट पर कोलकाता का मेयर निर्वाचित होने वाले पहले नेता भी थे। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के मंत्रिमंडल में पंचायती राज विभाग के मंत्री थे।
- 1971 और 1972 में वह बालीगंज विधानसभा क्षेत्र से विधान सभा के लिए चुने गए थे।
- साल 1972 में उन्हें सिद्धार्थ शंकर रे मंत्रालय में सूचना और सांस्कृतिक मामलों के राज्य मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया था।
- उन्होंने स्थानीय सरकारों के राज्य मंत्री के रूप में अतिरिक्त प्रभार भी संभाला।
बता दें कि पश्चिम बंगाल सरकार में मंत्री और तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुब्रत मुखजी को इससे पहले भी हार्ट अटैक हुआ था और उन्हें एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
हालांकि इस दौरान उनकी सेहत मंं काफी अच्छा सुधार हो रहा था और उम्मीद थी कि उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल जायेगी लेकिन गुरुवार को फिर से सुब्रत मुखर्जी को दिल का दौरा पड़ा और इसबार डॉक्टर उन्हें बचा नहीं पाए और उनकी मौत हो गई है।