जुबिली न्यूज डेस्क
महाराष्ट्र में सबसे बड़ा बनने की होड़ मची हुई है। शिवसेना कह रही है कि वह बड़ी है तो वहीं बही बीजेपी दावा कर रही है कि वह सबसे बड़ी है।
ग्राम पंचायत चुनाव में किसे सबसे अधिक सीटें मिली हैं, इसको लेकर महा विकास अघाडी सरकार में शामिल तीनों दलों और भाजपा के बीच जोरदार भिड़ंत हुई है। एक ओर शिव सेना का दावा है कि उसे सबसे ज़्यादा सीटें हासिल हुई हैं तो वहीं भाजपा ने उसके इस दावे को नकारते हुए कहा है कि वह सबसे बड़ा दल है।
शिव सेना का दावा है कि उसने 3,113 सीटों पर जीत हासिल की है जबकि भाजपा का कहना है कि उसे 5,781 सीटों पर जीत मिली है।
ग्राम पंचायत चुनाव की एक अहम बात यह भी है कि आम आदमी पार्टी को भी पहली ही बार में कुछ जगहों पर जीत हासिल हुई है।
शिव सेना के प्रवक्ता हर्षल प्रधान ने कहा है कि भाजपा को 2,632, एनसीपी को 2,400 और कांग्रेस को 1,823 सीटें मिली हैं। 2017 के ग्राम पंचायत चुनाव से इस बार शिव सेना को काफी ज़्यादा सीटें मिली हैं क्योंकि पिछली बार वह केवल 637 ग्राम पंचायतों में ही जीत दर्ज कर पाई थी।
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टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, भाजपा के प्रवक्ता केशव उपाध्याय ने कहा है कि उनकी पार्टी ने 45.48 फ़ीसदी मत हासिल किए हैं। उन्होंने कहा कि पिछली बार मिलीं 3095 सीटों के मुकाबले पार्टी को इस बार 5,781 सीटें मिली हैं। पार्टी का दावा है कि पिछली बार के मुकाबले इस बार उसका वोट फीसद भी बढ़ा है।
वहीं कांग्रेस ने अपना अलग आंकड़ा बताया है। पार्टी का कहना है कि उसे 2,513 ग्राम पंचायतों में जीत मिली है जबकि शिव सेना को 3,108, बीजेपी को 2,263 और एनसीपी को 2,399 सीटों पर जीत मिली है।
टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, कांग्रेस के एक नेता ने इस बात को लेकर एतराज जताया है कि शिवसेना ने उसके चौथे नंबर पर रखा है। कांग्रेस ने कहा है कि चूंकि महाराष्ट्र में ग्राम पंचायत चुनाव पार्टी के चुनाव चिन्ह पर नहीं बल्कि निर्दलीय लड़े जाते हैं, इसलिए काल्पनिक आंकड़ों को सामने रखना गलत होगा।
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘हो सकता है कि हम ग्राम पंचायत चुनाव में आगे न रहे हों लेकिन हम चौथे नंबर पर नहीं आए हैं, इस तरह का दावा करना कांग्रेस को बदनाम करने की कोशिश है।Ó
‘भाजपा का दावा भ्रामक’
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और ठाकरे सरकार में मंत्री बाला साहेब थोराट ने कहा, ‘भाजपा का दावा अपने आप में भ्रामक है। चंद्रकांत पाटिल ने सोमवार को दावा किया कि उनकी पार्टी 6 हजार से ज़्यादा सीटें जीती है जबकि बुधवार को इन आंकड़ों को कम करके बताया गया।’
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एनसीपी का अपना दावा
एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने कहा है कि एनसीपी इस चुनाव में सबसे बड़ा दल बनकर उभरा है। उन्होंने दावा किया कि एनसीपी को 3,276 ग्राम पंचायतों में जीत मिली है। उन्होंने बीजेपी के दावों को नकारते हुए कहा कि उसे 20 प्रतिशत ग्राम पंचायतों में भी जीत नहीं मिली है और 80 फीसदी ग्राम पंचायतों पर महा विकास अघाडी सरकार के दल जीते हैं।
बहरहाल, महा विकास अघाडी ने कहा है कि उसने राज्य के 36 में से 34 जिलों में एकतरफा जीत हासिल की है।
आप ने भी हासिल की जीत
महाराष्ट्र में आम आदमी पार्टी को 96 सीटों पर जीत मिली है। पार्टी को यवतमाल में सबसे ज़्यादा 41 सीटें मिली हैं। पार्टी ने राज्य के 13 जिलों में 300 से ज़्यादा सीटों पर चुनाव लड़ा था।
आप को यवतमाल के अलावा लातूर, नागपुर, सोलापुर, नासिक, गोंदिया, अहमदनगर सहित कई जिलों में जीत मिली है। पार्टी पहले ही एलान कर चुकी है कि वह 2022 के बीएमसी चुनाव में जीत हासिल करेगी।
बीएमसी चुनाव 2022
फिलहाल चुनाव नतीजों से यह साफ है कि महा विकास अघाडी सरकार के तीनों दल मिलकर बीजेपी से कहीं आगे रहे हैं। इसके बाद 2022 में होने वाले बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के चुनाव भी लड़े जाने हैं। लेकिन ये चुनाव सिंबल पर लड़े जाते हैं।
अगर महा विकास अघाडी के तीनों दल इस बात पर राजी होते हैं कि वे मिलकर बीएमसी का चुनाव लड़ेंगे तो एक बार फिर से भाजपा के सामने मुश्किल खड़ी होगी, लेकिन अगर वे अलग-अलग लड़ते हैं तो तीनों एक-दूसरे के लिए मुश्किलें खड़ी करेंगे। कांग्रेस ने कहा है कि वह अकेले लडऩा चाहती है जबकि शिव सेना ने कहा है कि तीनों दल मिलकर लड़ेंगे।
विधान परिषद में हारी थी भाजपा
महाराष्ट्र में जल्द अपनी सरकार आने के दावे कर रही बीजेपी को पिछले साल दिसंबर में विधान परिषद (एमएलसी) के चुनावों में महा विकास अघाडी सरकार के दलों ने चित कर दिया था। 6 सीटों के लिए हुए चुनाव में बीजेपी को सिर्फ़ 1 सीट पर जीत मिली थी।
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