Thursday - 7 November 2024 - 1:43 PM

कौन है कनाडा की विदेश मंत्री मेलोनी जोली, कभी आई थी पीएम ट्रूडो के साथ अफेयर की खबरें!

जुबिली न्यूज डेस्क

कनाडा ने सोमवार को एक भारतीय राजनयिक को निकाल दिया। जिसके जवाब में भारत ने भी कनाडा टॉप राजनायिक को निकाल दिया दिया। देश के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने हाउस ऑफ कॉमन्‍स में आपातकालीन बयान दिया और कहा कि उनके देश के नागरिक हरदीप सिंह निज्‍जर की हत्‍या में भारत का हाथ हैं। वहीं देश की विदेश मंत्री मेलोनी जॉली ने भारतीय राजनयिक का नाम नहीं लिया लेकिन कहा कि इसलिए ही कनाडा ने एक वरिष्ठ भारतीय राजनयिक को निकाल दिया है।

बता दे कि इस साल जून में भारतीय राजनयिकों की सुरक्षा की गारंटी देने वाली जोली जब टॉप डिप्‍लोमैट को निकाले जाने का ऐलान करती हैं तो काफी हैरानी होती है। लेकिन उनका रिकॉर्ड हमेशा से ही अलगाववादियों को समर्थन देने का रहा है।

अक्‍टूबर 2021 से विदेश मंत्री

जोली कनाडा की एक अनुभवी राजनेता और पेशे से एक वकील रही हैं। अक्टूबर 2021 में पीएम ट्रूडो ने उन्‍हें विदेश मंत्रालय का जिम्‍मा सौंपा था। लिबरल पार्टी के सदस्य के रूप में उन्होंने अपने राजनीतिक करियर में पर्यटन समेत कई और विभागों को भी संभाला है। साल 2013 में जोली ने मॉन्ट्रियल के मेयर पद का चुनाव लड़ा था।

वहीं 24 अगस्‍त को ही जोली ने बयान दिया था कि कनाडा जी20 और जी7 सम्‍मेलनों के अलावा संयुक्‍त राष्‍ट्र शिखर सम्‍मेलन में नागोर्न-काराबाख के मसले को उठाएगा। इस पर अजरबैजान के विदेश मंत्रालय ने उन पर क्षेत्र की शांति को भंग करने और अलगाववादियों की मदद करने का आरोप लगाया था।

जब चीन को लेकर हुईं परेशान

मॉन्ट्रियल और क्‍यूबेक में जन्मी और पली-बढ़ी जोली ने यूनिवर्सिटी डी मॉन्ट्रियल और ब्रसेनोज कॉलेज, ऑक्सफोर्ड में पढ़ाई की है। उनके पिता, क्लेमेंट जोली, एक अकाउंटेंट हैं, जिन्होंने पहले क्यूबेक में लिबरल पार्टी की वित्त समिति के अध्यक्ष का पद संभाला था। मार्च 2023 में हाउस ऑफ कॉमन्स का सत्र साल 2019 और 2021 के चुनावों में चीनी चुनाव हस्तक्षेप पर आधारित था। इस दौरान जोली ने लोकतांत्रिक देशों में विभाजन पैदा करने के चीन के प्रयासों के बारे में अपनी चिंता जाहिर की थी। साल 2021 में जोली ने हाउस ऑफ कॉमन्स में बिल सी-32 पेश किया था। इसका लक्ष्य अंग्रेजी और फ्रेंच को वास्तविक समानता दिलाना और आधिकारिक भाषा अधिनियम को मजबूत करना है।

नेटफिल्‍क्‍स के साथ डील पर उड़ा मजाक

जब 2015 में जोली को देश का हेरिटेज मंत्री बनाया गया था। लेकिन जोली कई विवादों में आ गईं जिसके चलते साल 2018 में उनका विभाग छीनकर दूसरे कम अहमियत वाले विभाग में शिफ्ट कर दिया गया। जोली नेटफ्लिक्स के साथ हुई एक डील के चलते सबसे ज्‍यादा विवादों में थे। कनाडा की सरकार ने साल 2018 में कहा था कि इस डील के तहत नेटफिल्‍क्‍स देश में अगले पांच सालों में 500 मिलियन डॉलर का निवेश करेगी। इस डील को लेकर क्‍यूबेक में नेटफिल्‍क्‍स पर टैक्‍स लगाने की मांग हुई और जोली मजाक का पात्र बनकर रह गई।

पीएम ट्रूडो से जोली का अफेयर

इस साल जब पीएम ट्रूडो ने पत्‍नी सोफी से अलग होने वाले फैसले का ऐलान किया तो जोली मीडिया में आ गईं। साल 2020 में आई एक रिपोर्ट में मेलानी जोली और ट्रूडो के अफेयर की बात कही गई थी। कहा गया था कि ट्रूडो और जोली को साथ में लंच करते हुए देखा गया है। वहीं कुछ लोगों ने तो यहां तक कहा कि ट्रूडो को एक बार देर रात जोली का अपार्टमेंट छोड़ते हुए भी देखा गया था। हालांकि इन दावों की कभी पुष्टि नहीं हो सकी है।

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