जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) 26 लोगों की नयी टीम के साथ कोरोना की उत्पत्ति का पता लगाने की तैयारी में है. WHO ने यह कोशिश पहले भी की थी लेकिन नाकाम रहा था. चीन के वुहान शहर से पूरी दुनिया में कोरोना फैलने की बात कही जाती रही है. यह इल्जाम सबसे पहले अमरीका ने लगाया था, बाद में कई देशों ने भी चीन पर ही उंगली उठाई. WHO पर जांच को लेकर दबाव बढ़ा. उसने जांच भी की लेकिन वो यह साबित नहीं कर पाया कि कोरोना चीन से ही फैला था.
दरअसल साल 2019 के आख़री महीने में कोरोना का पहला मामला चीन के वुहान शहर में मिला था. तभी चीन पर उंगलियां उठीं लेकिन चीन ने इस बात से लगातार इनकार किया कि कोरोना उसके देश की वजह से फैला. WHO ने हालांकि अपनी नयी टीम गठित करते वक्त ही यह कह दिया है कि यह उसकी आख़री कोशिश है लेकिन चीन ने साफ़ तौर पर उससे कह दिया है कि जांच के लिए चीन आने की ज़रूरत नहीं है.
WHO के चीफ तेड्रास एडहेनाम ग्रेब्रेयेसस कोरोना की उत्पत्ति पॉइंट ढूँढने के लिए हमने पूरी दुनिया से विशेषज्ञों के आवेदन मांगे थे. हमें 700 आवेदन मिले. जिसमें से छांटकर हमने 26 लोगों की टीम तैयार की है. इस टीम में वायरोलाजी, क्लीनिकल मेडिसिन, एनिमल हेल्थ और जीनोमिक्स के विशेषज्ञ हैं.
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यह टीम पूरी कोशिश करेगी कि कोरोना उत्पत्ति का पॉइंट पता चले क्योंकि कोरोना ने पूरी दुनिया पर ब्रेक लगा दिया है. यह ज़रूरी है कि उसके बारे में सही जानकारी मिले क्योंकि दुनिया में एक भी व्यक्ति ऐसा नहीं है जो कम से कम दो कदम पीछे न हट गया हो. इसकी वजह से तमाम जानें गईं. तरक्की के रास्ते बंद हो गए. आर्थिक रूप से इसकी वजह से एक बड़ी चोट हुई.