जुबिली स्पेशल डेस्क
विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बड़ा बयान दिया है। दरअसल उन्होंने भारतीय इतिहास को लेकर कहा है। उन्होंने इतिहासकारों से कहा है कि इतिहास को भारतीय संदर्भ में दोबारा लिखें, और उन्हें आश्वासन दिया कि सरकार उनके प्रयासों को पूरा समर्थन देगी।
असम सरकार के दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में अमित शाह ने कहा, “मैं इतिहास का विद्यार्थी हूं, और कई बार सुनने को मिलता है कि हमारा इतिहास सलीके से प्रस्तुत नहीं किया गया, तथा उसे तोड़ा-मरोड़ा गया है… शायद यह बात सच है, लेकिन अब हमें इसे ठीक करना होगा…”
अमित शाह ने ये बात इतिहासकार और विद्यार्थियों की मौजूदगी में कही है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा है” मैं आपसे पूछता हूं – हमारे इतिहास को सही तरीके से और गौरवशाली तरीके से प्रस्तुत करने से हमें कौन रोक रहा है…” बारफुकन की याद में 24 नवंबर को ‘लचित दिवस’ के रूप में मनाया जाता है।
Had the honour of attending the 400th Jayanti celebrations of Lachit Barphukan, a legend who secured a decisive victory against Aurangzeb's army in 1671.
After this crushing defeat Mughals could never gather the courage to invade Assam again.
I bow to this great son of India. pic.twitter.com/XQmQkaO04f
— Amit Shah (@AmitShah) November 24, 2022
मैं यहां मौजूद सभी विद्यार्थियों और यूनिवर्सिटी प्रोफेसरों से आग्रह करता हूं कि हमें इस चीज़ को लोगों के दिमाग से निकालना होगा कि हमारे इतिहास को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है, और उन्हें भारत के किसी भी भाग में 150 वर्ष से ज़्यादा शासन करने वाले 30 साम्राज्यों और मुल्क की आज़ादी के लिए संघर्ष करने वाली 300 हस्तियों पर शोध करनी चाहिए।
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उन्होंने कहा, “आगे आइए, शोध कीजिए और इतिहास को दोबारा लिखिए… इसी तरह हम अपनी अगली पीढ़ियों को प्रेरणा दे सकते हैं।”
I urge our historians and students of history to identify 30 great empires in Indian history and 300 warriors who showed exemplary valour to protect the motherland and write extensively about them.
This will bring out the truth and the lies will vanish on their own. pic.twitter.com/2yNPhfQtop
— Amit Shah (@AmitShah) November 24, 2022
अमित शाह ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्वोत्तर भारत तथा शेष भारत के बीच मौजूद रही दूरी को पाट दिया है. उन्होंने कहा कि सरकार के प्रयासों की बदौलत पूर्वोत्तर भारत में शांति स्थापित हुई है।