जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। विपक्षी एकता को मज़बूत करने को लेकर कांग्रेस अब पहले से ज्यादा गम्भीर नजर आ रही है। हालांकि ममता बनर्जी अक्सर कांग्रेस के बगैर विपक्षी एकता को लेकर बात करती हो लेकिन कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास पर विपक्षी दलों के बड़े नेताओं की बैठक कर विपक्षी एकता को मज़बूत करने का बड़ा संकेत दिया है।
इस बैठक में एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार, नेशनल कान्फ्रेंस के मुखिया फारूक अब्दुल्ला, शिवसेना नेता संजय राउत, डीएमके सांसद टीआर बालू, कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खडग़े, केसी वेणुगोपाल और राहुल गांधी जैसे बड़े नेताओं ने भाग लिया है।
भले ही विपक्षी एकता को मजबूत करने की बात कही जा रही है लेकिन बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को लेकर बातचीत हुई है। बैठक में क्या बात हुई है इसको लेकर अभी कोई ठोस जानकारी नहीं है लेकिन सूत्र बता रहे हैं कि टीएमसी अध्यक्ष ममता बनर्जी को मनाने को लेकर लम्बी चर्चा की बात सामने आ रही है।’
बैठक के बाद शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि यह पहला ऐसा ग्रुप है। भविष्य में और ऐसे ग्रुप बनाए जाएंगे. उन्होंने कहा, “विपक्ष की बैठक थी। विपक्ष की एकजुटता को लेकर बैठक थी। हमने संसद की कार्यवाही के बारे में चर्चा की. हम माफी नहीं मांगेंगे. विपक्ष की एकता पर बात हुई। राज्यों में मिल कर काम करेंगे। ”
बीते कुछ दिनों से कांग्रेस के बगैर एक फ्रंट तैयार करने की बात हो रही है। दरअसल इसी साल मई माह में पश्चिम बंगाल में हुए विधानसभा चुनावों में टीएमसी की प्रचंड जीत के बाद, ममता का कद लगातार बढ़ रहा है।
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास पर विपक्षी दलों के बड़े नेताओं की बैठक की है और एक बार फिर विपक्षी एकता को मजबूत करने की कोशिश की हैै। जानकारी मिल रही है कि शरद पवार के कंधे पर ममता बनर्जी को समझाने की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है। अब देखना होगा क्या ममता बनर्जी मानती है या नहीं