न्यूज डेस्क
नागरिकता संसोधन कानून के विरोध में दो माह से देश के कई राज्यों में शांतिपूर्वक प्रदर्शन हो रहा है। सबसे ज्यादा प्रदर्शन महिलाएं कर रही है। दिल्ली के शाहीन बाग में तो महिलाए अपने छोटे-छोटे बच्चों के साथ दो माह से डटी हुई हैं। इन प्रदर्शनकारियों के खिलाफ भाजपा के नेता आए दिन विवादित बयान दे रहे हैं। भाजपा के बाद अब हिंदू महासभा ने इनके खिलाफ विवादित बयान दिया है।
हिंदू महासभा ने केंद्र सरकार से आग्रह किया है कि नागरिकता संसोधन कानून का विरोध करने वाले प्रदर्शनकारियों को गोली मार दी जाए। साथ ही महासभा ने यह भी कहा कि राजद्रोह के लिए नसीरुद्दीन शाह और काफील खान जैसे लोगों को फांसी पर लटका दिया जाए।
टाइम्स नाउ की रिपोर्ट के मुताबिक, हिंदू महासभा के प्रवक्ता अशोक पांडेय ने प्रसिद्ध अभिनेता नसीरुद्दीन शाह के बारे में कहा कि वह आतंकवादियों से प्रभावित हैं।
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सीएए, एनआरसी और एनपीआर का विरोध करने वालों के खिलाफ हिंदू महसभा शुरू से ही आक्रामक रूख अपनाए हुए है। हिंदू महासभा ने सरकार से यह भी मांग की थी कि सीएए का विरोध करने वालों को पुलिस गोली मार दे ताकि इन लोगों (सीएए विरोधियों) की सुरक्षा और इनके प्रदर्शन स्थल की सुरक्षा पर टैक्सपेयर्स का पैसा न खर्च हो।
गौरतलब है कि जहां देश के कई राज्यों में सीएए और एनआरसी को लेकर विरोध-प्रदर्शन हो रहा है तो कहीं इसके समर्थन में रैलियां निकाली जा रही है। हिंदूवादी संगठनों ने भी सीएए के समर्थन में रैलियां निकाली है।
वहीं पिछले महीने हिंदू महासभा के प्रमुख स्वामी चक्रपाणी ने कहा था, “अंग्रेजों के अविभाजित भारत से चले जाने के बाद पाकिस्तान ने एक इस्लामिक राष्ट्र बनना चुना, लेकिन भारत के धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र बना। इस वजह से सीएए आवश्यक हो गया। अगर धर्मनिरपेक्ष गणतंत्र नहीं बनने की जगह हिंदू राष्ट्र चुना होता तो आज सीएए की जरूरत नहीं होती।”
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