जुबिली न्यूज डेस्क
18वीं लोकसभा का पहला सत्र सोमवार को शुरू हो गया. पीएम मोदी ने सोमवार को लोकसभा के सदस्य के रूप में शपथ ली. पीएम मोदी के अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी समेत मोदी कैबिनेट के मंत्रियों ने शपथ ली. हालांकि, कांग्रेस सदस्य के सुरेश, डीएमके नेता केटी बालू और टीएमसी सांसद सुदीप बंदोपाध्याय ने शपथ नहीं ली. इन सांसदों ने प्रोटेम स्पीकर के रूप में भर्तृहरि महताब के निर्वाचन पर आपत्ति जताई है.
दरअसल, पीएम मोदी के बाद राधा मोहन सिंह और फग्गन सिंह कुलस्ते ने सदस्य के रूप में शपथ ली. दोनों सदस्य अगले दो दिन सदन की कार्यवाही के संचालन में प्रोटेम स्पीकर महताब की सहायता करेंगे. इसके अलावा के सुरेश, केटी बालू और टीएमसी सांसद सुदीप बंदोपाध्याय को भी राधा मोहन सिंह और फग्गन सिंह कुलस्ते के साथ सभापतियों के पैनल में चुना गया है लेकिन उन्होंने शपथ नहीं ली.
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कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दल प्रोटेम स्पीकर के रूप में महताब के निर्वाचन पर सवाल उठा रहे हैं. विपक्षी दल का कहना है कि इस पद पर निर्वाचन के लिए उसके आठ बार के सदस्य सुरेश की अनदेखी की गई है. इंडिया गठबंधन का कहना है कि सुरेश, बालू और बंदोपाध्याय विरोध स्वरूप पैनल में शामिल नहीं होंगे. सदन की कार्यवाही शुरू होते ही प्रोटेम स्पीकर महताब ने कांग्रेस सदस्य राहुल गांधी के वायनाड संसदीय क्षेत्र से इस्तीफे को 18 जून के प्रभाव से स्वीकार किए जाने की जानकारी दी.
देश में बिना घोषणा के आपातकाल लगा-खरगे
इससे पहले विपक्षी सांसद सदन में संविधान की कॉपी लेकर पहुंचे. विपक्षी सांसदों ने सदन के बाहर संविधान की कॉपी लेकर मार्च भी किया. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी केंद्र सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, देश में बिना घोषणा के आपातकाल लगा हुआ है. लोकतांत्रित परंपराएं खत्म की जा रही हैं. उन्होंने कहा, संविधान को बचाने के लिए हमने जो कोशिश की थी उसमें जनता हमारे साथ है लेकिन मोदी जी ने संविधान को तोड़ने की कोशिश की. इसलिए आज हम यहां एकत्रित होकर विरोध कर रहे हैं. यहां पर गांधी जी की प्रतिमा थी और हम यहीं पर विरोध कर रहे हैं. हर लोकतांत्रिक नियमों को तोड़ा जा रहा है इसलिए हम बता रहे हैं कि मोदी जी आज संविधान के तहत चलिए.