जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर जानलेवा साबित हो रही है। आलम तो यह है कि भारत की स्वास्थ्य सेवा बुरी तरह से ठप हो गई है और बुनियादी जरूरतों के लिए भी अस्पताल जूझ रहे हैं। मौतों का आंकड़ा डराने वाला हो गया है।
देश अभी दूसरी लहर से जूझ रहा है तो वहीं अब वहीं तीसरी लहर के आने की बात भी कही जा रही है। दरअसल तीसरी लहर बच्चों के लिए सबसे ज्यादा खतरनाक बतायी जा रही है।
इस वजह से लोगों में चिंता इसलिए भी है क्योंकि बच्चों के लिए देश में अब तक एक भी कोरोना वैक्सीन नहीं है। उधर ड्रग कंट्रोलर जनलर ऑफ इंडिया ने भारत बायोटेक को 2 से 18 साल की उम्र के बच्चों को वैक्सीन देने के लिए कोवैक्सीन के दूसरे और तीसरे फेज के लिए ट्रायल की मंजूरी दे दी लेकिन विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसको लेकर कुछ और कहा है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अमीर देशों से अपील की गई है कि वे अभी बच्चों को टीका ना लगाएं, बल्कि गरीब देशों को टीका दें। बता दें, कानाडा और अमेरिका ने हाल ही में 12 से 15 वर्ष तक के बच्चों के टीकाकरण को मंजूरी दी है।महानिदेशक ट्रेडोस अदनोम ने कहा, ”महामारी का दूसरा साल पहले साल की तुलना में अधिक जानलेवा होने जा रहा है।
शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने अमीर देशों से बच्चों का टीकाकरण टालने की भी अपील की। उन्होंने कहा, ”मैं समझ सकता हूं कि क्यों कुछ देश बच्चों और किशोरों का टीकाकरण करना चाहते हैं, लेकिन अभी मैं उनसे अपील करता हूं कि इस पर दोबारा विचार करें और इसके बदले Covax प्रोग्राम के लिए वैक्सीन दान करें।
WHO के एक विशेषज्ञ ने कहा है कि आने वाले समय में कोरोना वायरस के और नए स्ट्रेन मिलेंगे। हालांकि अब हमें पता है कि क्या करना है। कोविड-19 को लेकर WHO की टेक्निकल लीड मारिया वान केरकोव ने कहा, ”मैं (नए वेरिएंट के) डर को कुछ उत्पादकता और मजबूती की ओर मोड़ना” चाहूंगा।
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भारत में कोरोना का टीकाकरण 16 जनवरी से शुरु हुआ। सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियों को टीका दिया गया था। वर्तमान में 18 से 44 साल के लोगों को टीका दिया जा रहा है।
भारत में जिस तरह से कोरोना महामारी फैली हुई है उससे निजात पाना आसान नहीं है। कहा जा रहा है इस पर नियंत्रण तभी होगा जब टीकाकरण की रफ्तार तेज होगी।
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फिलहाल तीसरी लहर से बच्चों को बचाने की तैयारी शुरू हो गई है। राहत की खबर है कि भारत में जल्द ही बच्चों के लिए वैक्सीन मिल जाएगी, क्योंकि इसके वैक्सीन के ट्रायल की मंजूरी मिल गई है।
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