जुबिली न्यूज डेस्क
लिंग परिवर्तन कई देशों के लिए एक बड़ा मुद्दा है. जिसको लेकर कई देशों में प्रतिबंध लगाया गया है. कई राज्यों में ये कानून रूप से अबैध माना गया है. रूस की संसद ने लिंग परिवर्तन करने पर प्रतिबंध का प्रस्ताव पेश किया है. ऐसे कई देश हैं, जहां लिंग परिवर्तन अवैध है और ऐसा करने पर सजा का प्रावधान है.
अमेरिका
अमेरिका एक ऐसा देश है जहां लिंग परिवर्तन एक विवादास्पद मुद्दा है. कई राज्यों में ऐसी सर्जरी अवैध है. जुन में ही टेक्सस ने अवयस्कों के लिए लिंग परिवर्तन सेवा उपलब्ध कराने पर प्रतिबंध लगाया. लगभग एक दर्जन राज्यों में प्रतिबंध लागू है.
पाकिस्तान
पाकिस्तान न्यायपालिका ने इसी साल मई में एक फैसला दिया कि ट्रॉसजेंडर लोगों को मिली कानूनी सुरक्षा इस्लामिक दृष्टि से अवैध है. इस लिए लागू नहीं होती. हालिक पाकिस्तान में लोग अपने आपको थर्ड जेंडर के रूप में रजिस्टर करा सकते हैं. 2009 में पाकिस्तान ऐसा करने वाला पहला दक्षिण एशियाई देशबना था. उसके बाद 2014 में भारत ने ही ऐसा किया था.
स्वीडन
लैंगिक अधिकारों के मामले में सबसे उदारवादी देशों में से एक स्वीडन ने 1972 में ही लिंग परिवर्तन को कानून के रूप में मान्य कर दिया था. पिछले साल बच्चों के लिए उपलब्ध हॉर्मोन थेरेपी पर पाबंदियां शुरू हुई. इसकी वजब मांग में बहुत ज्यादा वृद्धि के कारण सावधानी को बचाया गया. वहां लड़कियों के लिए स्तन हटवाना भी अवैध है.
फिनलैंड
समलैंगिक अधिकारों के मामले में फिनलैंड को दुनिया के सबसे आधुनिक व उदार देशों में गिना जाता है. लेकिन 2020 में फिनलैंड ने अवयस्कों के थेरेपी पर बैन लगा दी थी.
हंगरी
हंगरी में दक्षिणपंथी नेता विक्टर ओर्बन की सरकार आने के बाद से लिंगभेद को लेकर रवैया काफी अनुदार रहा है. मई 2020 में ट्रांसजेंडर लोगों के लिए पहचान पत्र पर अपना नाम और लिंग बदलना असंभव कर दिया गया.
आर्जेन्टीना
ट्रांसजेंडर अधिकारों को लेकर आर्जेन्टीना ने काफी तरकीपसंद रवैया बरता है. 2012 में ही वहां पहचान पत्रों पर लिंग बदलना आसान किया गया. कई दक्षिण अमेरिका देशों ने भी ऐसा किया है.
डेनमार्क
2014 में डेनमार्क यूरोप का पहला देश बना. जहां वयस्कों को लिंग परिवर्तन के लिए बिना किसी जांच के अर्जी देने का अधिकार दिया गया. उसके बाद माल्टा, नॉर्वें, आयरलैंड, बेल्जियम और पुर्तगाल ने भी ऐसी ही किया है.
स्पेन
इसी साल फरवरी में संसद ने एक प्रस्ताव पारित किया. जिसके तहत 16 से अधिक आयु के किसी भी व्यक्ति को पहचान पत्र में लिंग परिवर्तन की इजाजत दी गई. 14 वर्ष के अधिक आयु के लोगों अपने अभिभावकों से अनुमति के बाद कर सकते है. अब जर्मनी भी ऐसा करने जा रहा है.
फ्रांस
फ्रांस में लोग बिना लिंग परिवर्तन कराए बिना भी पहचान पत्र में लिंग परिवर्तन कर सकते हैं. इसके लिए उन्हे सर्जनी कराने की जरूरत नहीं है लेकिन कोर्ट में इजाजत लेनी होती है.