जुबिली स्पेशल डेस्क
मिडिल ईस्ट में एक बार फिर तनाव चरम पर जा पहुंचा है। हिज्बुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह की मौत के बाद भी इजरायल को चैन नहीं पड़ा है और अब वो दक्षिणी लेबनान में ग्राउंड ऑपरेशन देने में लगा हुआ है लेकिन उसके स्थिति तब और गंभीर बन गई जब मंगलवार आधी रात को ईरान ने इजरायल पर ताबड़तोड़ मिसाइलें दागीं।
इसका नतीजा ये हुआ कि इजरायल के लोगों को बंकरों में जाकर रहने पर मजबूर होना पड़ा। ईरान ने साफ कर दिया है कि ये एक ट्रेलर और पिक्चर अभी बाकी है।
ऐसे में आने वाले दिनों में मिडिल ईस्ट में हालात इससे ज्यादा खराब हो सकते हैं। ईरान ने ये हमला काफी सोचसमझकर और सटीक निशाने पर था। ईरान ने तेल अवीव में इजरायल के तीन मिलिट्री बेस और खुफिया एजेंसी मोसाद के हेडक्वार्टर को निशाना बनाकर मिसाइलें दागी थीं।
सैटेलाइट फुटेज से पता चलता है कि ईरान ने अच्छा खासा इजरायल को जख्म दे दिया है और नेवाटिम पर कुछ ही मिसाइलें जाकर गिरी थीं। इस हमले एक शख्स की मौत की खबर है और एक सैनिक घायल हुआ है। इजरायली सेना के प्रवक्ता डेनियल हगारी का कहना है कि इस हमले में वह इजरायल में हुई किसी की मौत की जानकारी से वाकिफ नहीं हैं।
आईआरजीसी का कहना है कि उनकी ओर से दागी गई 90 फीसदी मिसाइलें टारगेट पर जाकर गिरी है जबकि इजरायली सेना का कहना है कि ईरान की ओर से दागी गई मिसाइलों में से अधिकतर को इंटरसेप्ट किया गया।
इजरायल में रात भर सायरन बजते रहे हैं और लोगों किसी सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए मजबूर होते रहे। इजरायल के सहयोगी देश इस हमले की कड़ी आलोचना कर रहे हैं लेकिन ईरान ने साफ कर दिया है कि अगर इजरायल ने इस हमले किसी भी तरह की प्रतिक्रिया देने की कोशिश की तो वो ज्यादा खतरनाक हमला कर सकता है।