न्यूज डेस्क
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भले ही दिल्ली में हो लेकिन वह उत्तर प्रदेश पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। प्रदेश में होने वाली हर छोटी-बड़ी घटना पर उनकी नजर बनी हुई है। इन मामलों को लेकर वह योगी सरकार पर निशाना भी साध रही हैं और सवाल भी कर रही है।
पिछले दिनों प्रियंका गांधी ने प्रदेश में कानून-व्यवस्था को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा था तो योगी भी तिलमिला गए थे। सार्वजनिक मंच से उन्होंने प्रियंका पर वार किया था। प्रियंका के सवाल से यूपी पुलिस भी सकते में आ गई थी। फिलहाल एक बार फिर प्रियंका ने योगी सरकार के कामकाज पर बड़ा हमला किया है।
यह भी पढ़ें: फिटनेस में किसको पछाड़ पहले पायदान पर पहुंचे मोदी
यह भी पढ़ें: कहां के छात्र पढ़ेंगे ‘राष्ट्र निर्माण में आरएसएस की भूमिका’ का पाठ
कांग्रेस महासचिव ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश के अस्पतालों में बिजली न रहने की समस्या को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा है।उन्होंने आरोप लगाया कि एक तरफ राज्य की बीजेपी सरकार के झूठे दावों का मीटर चालू है, जबकि दूसरी तरफ अस्पतालों में बत्ती गुल है।
पूर्वी उत्तर प्रदेश की कांग्रेस प्रभारी प्रियंका ने कुछ अस्पतालों में बिजली कटौती के मामलों का हवाला देते हुए ट्वीट किया, ‘उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार के झूठे दावों का मीटर चालू है, लेकिन अस्पतालों से बत्ती गुल है।’उन्होंने दावा किया, ‘मरीजों का इलाज कहीं मोबाइल जलाकर और कहीं टॉर्च जलाकर हो रहा है।’ प्रियंका ने सवाल किया, ‘क्या इस लचर व्यवस्था से निजात मिलेगी?’
प्रियंका गांधी ने अपने ट्वीट के साथ एक पोस्टर को शेयर किया है, जिसमें यूपी के कई शहरों में टॉर्च और और मोबाइल की रोशनी में हो रहे मरीजों के इलाज की तस्वीरें दिखाई गई हैं। इसमें प्रियंका के अनुसार रायबरेली, इटावा, संभल और ललितपुर की तस्वीरें हैं। इस पोस्टर पर लिखा है, ‘बरबस देखा बदहाली का हाल, भाजपा राज में हो रहा यूपी बेहाल’।
उप्र की भाजपा सरकार के झूठे दावों का मीटर चालू है, लेकिन अस्पतालों से बत्ती गुल है।
मरीज़ों का इलाज कहीं मोबाइल जलाकर और कहीं टॉर्च जलाकर हो रहा है।
इस लचर व्यवस्था से क्या निजात मिलेगी? pic.twitter.com/JjqguZb4LF
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 9, 2019
प्रियंका 2022 के विधान सभा चुनाव पर हैं फोकस
सक्रिय राजनीति में आने के बाद प्रियंका लगातार उत्तर प्रदेश में सक्रिय हैं। लोकसभा चुनाव के ठीक पहले प्रियंका गांधी को कांग्रेस में महासचिव बनाया गया था उनको पूर्वांचल की जिम्मेदारी दी गई थी। कांग्रेस को लगता था कि प्रियंका गांधी उत्तर प्रदेश में ट्रंप कार्ड साबित होंगी। लेकिन नतीजा इसके विपरीत रहा।
पूर्वांचल में मोदी लहर में प्रियंका गांधी अमेठी में राहुल गांधी को अमेठी तक में नहीं जिता पाईं। यहां तक रायबरेली में सोनिया गांधी को पहली बार रायबरेली में इतनी टक्कर मिली। हालांकि बीच चुनाव में ही प्रियंका गांधी ने संकेत दे दिया था उनका ज्यादा ध्यान 2022 में होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव पर है।