जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. दिल्ली के पटपडगंज इलाके में व्यापारी के बेटे के अपहरण काण्ड को जब पुलिस ने साल्व किया तो पुलिस खुद ही ताज्जुब करने लग गई. पुलिस को सूचना मिली कि एक बिजनेसमैन के बेटे और उसकी एक महिला कर्मचारी का अपहरण हो गया है. अपहरणकर्ताओं ने दोनों को छोड़ने के एवज़ में एक करोड़ रुपये की रकम माँगी. मोलतोल हुआ तो मामला 50 लाख में तय हो गया.
बताया जाता है कि व्यापारी की कंपनी में काम करने वाली लड़की ऋचा के साथ व्यापारी का बेटा गाजीपुर फूलमंडी से फूल लेने गया था. गाड़ी ड्राइवर चला रहा था. खरीददारी के बाद जैसे ही गाड़ी चलने वाली थी तभी गुरमीत नाम के व्यक्ति ने नकली बन्दूक के सहारे बच्चे, ऋचा और ड्राइवर तीनों का अपहरण कर लिया और व्यापारी से एक करोड़ रुपये मांगे. मामला 50 लाख में तय हुआ. व्यापारी को 50 लाख रुपये के साथ अशोक विहार बुलाया गया. फिरौती की रकम लेने के बाद गाड़ी से ड्राइवर, ऋचा और व्यापारी के बेटे को उतार दिया गया, लेकिन पैसों के साथ व्यापारी को गाड़ी में बिठा लिया गया. इसके बाद किडनैपर दिल्ली की सड़कों पर गाड़ी दौड़ाते रहे. शायद इस दौरान वह फिरौती की रकम को गिन रहे हों.
रिहा होने के बाद व्यापारी ने पुलिस से सम्पर्क साधा. पुलिस ने उन रास्तों की सीसीटीवी फुटेज निकलवाई जिधर से गाड़ी गुज़री थी. सीसीटीवी फुटेज और टेक्निकल सर्विलांस के ज़रिये पुलिस ने किडनैपर गुरमीत और उसके सहयोगी कमल को पकड़ लिया. दोनों से पूछताछ के बाद व्यापारी की महिला कर्मचारी ऋचा भी गिरफ्तार की गई. जांच में पता चला कि इस केस की मास्टरमाइंड ऋचा ही थी. वसूले गए 50 लाख रुपये से वह अपना कर्जा उतारकर विदेश में बस जाना चाहती थी. घटना को अंजाम देने वाला गुरमीत ऋचा का ही बॉय फ्रेंड है.
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