जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। बीते कुछ दिनों से भारतीय कुश्ती में घमासान मचा हुआ है। पहले बृज भूषण के खिलाफ खिलाडिय़ों का गुस्सा सातवें आसमान पर रहा और फिर बृज भूषण सिंह को हटाने के लिए कुश्ती के खिलाडिय़ों ने पूरा जोर लगा दिया।
इसके बाद क्या था बृज भूषण सिंह को जाना पड़ा लेकिन अब रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया का चुनाव संपन्न हो गया है लेकिन इसके बावजूद खिलाडिय़ों का गुस्सा कम होने का नाम नहीं ले रहा है।
दरअसल इसका बड़ा कारण बृज भूषण सिंह है। कुश्ती की दुनिया में आज 2 बड़े घटनाक्रम के याद किया जायेगा। रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया को नया अध्यक्ष मिल गया है लेकिन खिलाड़ी खुश नहीं है क्योंकि पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के सहयोगी संजय सिंह नए अध्यक्ष बने हैं।
इस वजह से साक्षी मलिक ने कुश्ती से संन्सास लेने का ऐलान कर दिया है। उन्होंने रुंधे गले से कहा कि बृजभूषण शरण सिंह का बिजनेस पार्टनर और करीबी सहयोगी कुश्ती संघ काअध्यक्ष चुना जाता है, तो मैं अपनी कुश्ती को त्यागती हूं।
साक्षी मलिक के करियर पर एक नज़र
- ओलंपिक 2016 – ब्रॉन्ज मेडल
- कॉमनवेल्थ गेम्स 2014 – सिल्वर मेडल
- कॉमनवेल्थ गेम्स 2018 – ब्रॉन्ज मेडल
- कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 – गोल्ड मेडल
- एशियन चैम्पियनशिप 2015 – ब्रॉन्ज मेडल
- एशियन चैम्पियनशिप 2017 – सिल्वर मेडल
- एशियन चैम्पियनशिप 2018 – ब्रॉन्ज मेडल
- एशियन चैम्पियनशिप 2019 – ब्रॉन्ज मेडल
- कॉमनवेल्थ चैम्पियनशिप 2013 – ब्रॉन्ज मेडल
- कॉमनवेल्थ चैम्पियनशिप 2017 – गोल्ड मेडल
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में आप देख सकते हैं कि वो संन्यास का एलान कर रही है और साथ में कह रही कि वो कुश्ती को क्यों छोड़ रही है। इस दौरान वो इतनी ज्यादा परेशान नजर आ रही है संन्यास का एलान कर रोते हुए प्रेस वार्ता को छोडक़र निकल जाती है।इसमें जाने से पहले अपने जूते उतारकर मंच पर रख दिए थे और रोते हुए अपनी बात रखी थी। भावुक साक्षी ने कहा था कि, “हम 40 दिनों तक सड़कों पर सोए और देश के कई हिस्सों से बहुत सारे लोग हमारा समर्थन करने आए। बृजभूषण सिंह के बिजनेस पार्टनर और करीबी सहयोगी को डब्ल्यूएफआई का अध्यक्ष चुना गया है, इसलिए मैं कुश्ती छोड़ रही हूं। मैं निराश हूं और मैं अब कुश्ती में भाग नहीं लूंगी।