जुबिली न्यूज डेस्क
संसद में अकाली नेता हरसिमत कौर और भाजपा सांसद गिरिराज सिंह के बीच तनातनी देखने को मिली। आज सुबह गिरिराज जब संसद भवन में दाखिल होने के लिए आगे लिए बढ़ रहे थे, उसी समय कृषि कानूनों के विरोध में अकाली दल और बसपा के सांसद हाथ में गेहूं की बालियां लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे।
ये सांसद वहां से गुजर रहे माननीयों को गेंहू की बालियां देकर अपना विरोध दर्ज करा रहे थे। इसी दौरान जब भाजपा सांसद गिरिराज सिंह वहां पहुंचे तो उन्हें पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत ने गेहूं की बालियां दी, जिस पर वह नाराज हो गए।
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हालांक सांसद गिरिराज सिंह ने अपनी नाराजगी वहां दर्ज नहीं कराई, लेकिन जब वह कुछ दूर पहुंचे तो पलटकर कहा कि आप लोग किसानों के दुश्मन हैं।
मालूम हो कि कुछ महीने पहले तक अकाली दल भाजपा के साथ एनडीए का हिस्सा हुआ करता था। दोनों ही दलों के नेताओं के बीच अच्छे रिश्ते देखे जाते रहे हैं लेकिन कृषि कानून के विरोध में अकाली दल ने अपने कदम पीछे खींच लिए। इसके बाद से कई मौकों पर भाजपा और अकाली दल के नेताओं के बीच की तनातनी देखने को मिलती रही है
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बताते चलें कि संसद के मानसून सत्र में विपक्ष लगातार पेगासस से लेकर कृषि कानून का विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। दो हफ्ते संसद हंगामे की भेंट चढऩे के बाद तीसरे हफ्ते की शुरुआत भी हंगामे के साथ हुई।
आज संसद की कार्यवाही के दौरान जैसे ही प्रश्नकाल शुरू हुआ वैसे ही विपक्षी सदस्य नारेबाजी करते हुए आसन के निकट पहुंच गए। उन्होंने ‘जासूसी करना बंद करो’ और ‘प्रधानमंत्री जवाब दो’ के नारे लगाए।
कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और कुछ अन्य दलों के सांसदों की नारेबाजी के बीच ही वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी, जनजातीय कार्य मंत्री अर्जुन मुंडा और पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी ने पूरक प्रश्नों के उत्तर दिए।
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सदन में हंगामे पर अध्यक्ष ओम बिरला ने सदस्यों से अपने स्थान पर जाने और कार्यवाही चलने देने की अपील की। उन्होंने कहा, “देश की जनता ने आप को चुनकर भेजा है। दो सप्ताह से सदन की कार्यवाही बाधित हो रही है। जनता का करोड़ों रुपये खर्च हो रहा है। यह सदन चर्चा के लिए है, नारेबाजी के लिए नहीं। आप नारेबाजी कर रहे हैं और तख्तियां दिखा रहे हैं। यह ससंदीय परंपराओं के लिए उपयुक्त नहीं है। आप अपने स्थान पर जाइए, आपको चर्चा का पूरा समय दिया जाएगा।”