जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली। व्हाट्सएप की लोकप्रियता भारत में किसी से छिपी नहीं है और नई प्राइवेसी पॉलिसी के ऐलान के बाद अधिकतर यूजर्स को अपनी प्राइवेसी का डर सताने लगा है। ऐसे में व्हाट्सएप जैसी सुविधा देने वाले ऐप Signal और Telegram की लोकप्रियता में उछाल आया है। इस बीच व्हाट्सएप ने ट्विटर पर पोस्ट साझा कर अफवाहों को रोकने की कोशिश की है।
फेसबुक के साथ डेटा साझा करने की पॉलिसी आने के बाद कई अफवाहों को हवा मिली है। साथ ही इसे फैलाने का काम कोई और नहीं बल्कि खुद व्हाट्सएप पर हो रहा है। इसके बाद खुद कंपनी ने इन अफवाहों पर सफाई दी है, जिसे जानना जरूरी है।
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Our privacy policy update does not affect the privacy of your messages with friends or family. Learn more about how we protect your privacy as well as what we do NOT share with Facebook here: https://t.co/VzAnxFR7NQ
— WhatsApp (@WhatsApp) January 12, 2021
नई पॉलिसी में इंस्टैंट मैसेजिंग एप व्हाट्सएप ने पर्सनल चैट डील में बदलाव नहीं किया है। इससे एंड टू एंड इनक्रिप्शन बना रहेगा। इसका मतलब है कि थर्ड पार्टी एप यूजर्स के संदेशों को पढ़ नहीं पाएंगे।
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व्हाट्सएप पॉलिसी के मुताबिक हम किसी की भी मैसेज को पढ़ते नहीं हैं और न ही मैसेज को व्हाट्सएप सर्वर पर स्टोर करते हैं। बल्कि यह मैसेज यूजर्स के डिवाइस में सेव होते हैं। जैसे ही मैसेज डिलिवर्ड होते हैं तो वह व्हाट्सएप के सर्वर से खुद ब खुद डिलीट हो जाते हैं।
Today we're answering some common questions we've received @WhatsApp. Our policy update describes business communication and adds transparency. It does not impact how people communicate privately with friends or family.
Learn more and share please: https://t.co/Kx2LVx4J8g https://t.co/urp6AztLxB
— Will Cathcart (@wcathcart) January 12, 2021
व्हाट्सएप प्रमुख विल कैथकार्ट ने ट्विटर पर यह समझाने की कोशिश की है कि वे यूजर्स के मैसेज को पढ़ नहीं सकते हैं क्योंकि वह एंड टू एंड इनक्रिप्टेड होते हैं। एंड टू एंड इनक्रिप्शन प्रोटोकॉल का ही सिग्नल ऐप इस्तेमाल करता है।
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