जुबिली न्यूज डेस्क
दुनियाभर में वॉट्सऐप की नई प्राइवेसी पॉलिसी की कड़ी आलोचना होने के बाद कंपनी ने इसे टालने का फैसला किया है। वॉट्सऐप टर्म एंड कंडीशंस को लेकर लोगों की बढ़ती नाराजगी के बीच फेसबुक के स्वामित्व वाले मैसेजिंग ऐप ने घोषणा की है कि उसने प्राइवेसी अपडेट करने का अपना प्लान तीन महीने के लिए टाल दिया है।
कंपनी का कहना है कि प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर यूजर्स में भ्रम है। इसलिए तीन महीने का समय देने से यूजर्स को पॉलिसी के बारे में जानने और उसकी समीक्षा करने के लिए ज्यादा वक्त मिलेगा।
We will make sure users have plenty of time to review and understand the terms. Rest assured we never planned to delete any accounts based on this and will not do so in the future.
— WhatsApp (@WhatsApp) January 15, 2021
वॉट्सऐप ने बताया है कि लोगों के बीच फैली ‘गलत जानकारी’ से बढ़ती चिंताओं के कारण प्राइवेसी अपडेट को टालने का फैसला लिया गया है। वॉट्सऐप ने ये भी कहा है कि प्राइवेसी पॉलिसी के आधार पर कभी भी अकाउंट को हटाने की योजना नहीं बनाई गई है और भविष्य में भी ऐसी योजना नहीं होगी।
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कंपनी ने अपने बयान में कहा, ‘8 फरवरी को किसी को भी वॉट्सऐप अकाउंट सस्पेंड या डिलीट नहीं करना होगा. वॉट्सऐप पर प्राइवेसी और सिक्योरिटी कैसे काम करती है, इसके बारे में जानकारी देने के लिए हम और भी बहुत कुछ करने जा रहे हैं। 15 मई को नया अपडेट ऑप्शन उपलब्ध होने से पहले हम अपनी पॉलिसी के बारे में लोगों का भ्रम दूर कर देंगे।’
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इससे पहले कहा गया था कि WhatsApp 8 फरवरी 2021 को अपनी टर्म्स ऑफ सर्विस को अपडेट करने जा रहा है। अगर WhatsApp यूजर्स इससे एग्री नहीं होते हैं तो वे WhatsApp इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। इसी वजह से कई मिलियन यूजर्स सिग्नल और टेलीग्राम ऐप पर चले गए हैं। हालांकि कंपनी अब प्राइवेसी अपडेट प्लान को फिलहाल टाल दिया है।
छोटे व्यापारियों के संगठन कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) का दावा है कि WhatsApp की नई प्राइवेसी पॉलिसी में यूजर्स के सभी तरह के डेटा का इस्तेमाल किया जाएगा। इसमें निजी जानकारियों से लेकर, लेनदेन की जानकारी, संपर्क, लोकेशन और अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां शामिल हैं, जिन्हें WhatsApp एकत्रित करेगी।
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उसके बाद वह किसी भी प्रयोजन के लिए इसका उपयोग कर सकती है। उसका कहना है कि देश में WhatsApp, Facebook के करीब 40 करोड़ यूजर्स हैं। ऐसे में हर यूजर के डेटा तक पहुंच होने से ना सिर्फ देश की अर्थव्यवस्था पर गहरा संकट है. बल्कि यह देश की सुरक्षा के लिए भी घातक है।
WhatsApp ने हाल ही में अपने उपयोक्ताओं को सेवा की शर्तों और गोपनीयता की नीति को लेकर बताया था कि वह कैसे उपयोक्ताओं के डेटा का प्रसंस्करण करती है और उन्हें (डेटा को) फेसबुक के साथ साझा करती है। अपडेट में यह भी कहा गया कि WhatsApp की सेवाओं का उपयोग जारी रखने के लिये उपयोक्ताओं को 8 फरवरी, 2021 तक नई शर्तों और नीति से सहमत होना होगा. यहीं से नीतियों को लेकर बहस की शुरुआत हुई।