जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अपराधी अब खुलेआम पुलिस को चुनौती देते नजर आ रहे हैं। मौजूदा समय में योगी सरकार को अपराधी चुनौती देते नजर आ रहे हैं। सूबे में एकाएक अपराध चरम पर पहुंच गया है। इतना ही नहीं अपराधियों को अब खाकी का रत्ती भर भी खौफ नहीं रह गया है। हत्या, लूट, रेप व चोरी जैसी घटनाये लगातार उत्तर प्रदेश में बढ़ रही है। इसके साथ ही यूपी का कानपुर शहर अपराधियों का नया ठिकाना बनता जा रहा है।
पहले विकास दुबे गोली कांड और फिर कानपुर में लैब असिस्टेंट के अपरहरण के बाद हत्या से योगी सरकार पर सवाल उठ रहा है। अब कानपुर में अपराधियों ने एक और घटना को अंजाम दिया है। दरअसल यहां पर एक और अपहरण हुआ है और फिर उसकी हत्या कर दी गई है।
12 दिन से लापता धर्मकांटा के मैनेजर बृजेश पाल का शव एक कुएं से मिला है। जानकारी के मुताबिक पहले इस युवक का अपरहण किया गया था और उसके बाद उसे छोडऩे के बदले बीस लाख की फिरौती मांगी थी। इसके साथ ही कानपुर के विकास दुबे, संजीत यादव हत्याकांड के एक और मामले से कानपुर पुलिस सवालों के घेरे में है।
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बता दें कि कल योगी के शहर में एक छात्र को पहले अगवा किया गया था और उसके बाद उसे मौत की नींद सुला दी गई थी। जानकारी के मुताबिक बृजेश पाल कानपुर-झांसी राजमार्ग पर स्थित नेशनल धर्मकांटा में मैनेजर थे। 16 जुलाई की रात बृजेश पाल धर्मकांटा से गायब थे।
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इसके बाद सुबह चचेरे भाई सर्वेश को अपहरण करने वालों ने फोन किया और 20 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी। इसके बाद पुलिस की 11 टीमें बृजेश की तलाश में लगायी गई थी। हालांकि 12 दिन पहले वह अंडवियर व बनियान में लापता हो गए थे। पुलिस ने उनके दोस्त को गिरफ्तार कर घटना का खुलासा किया है।
इसके बाद टीमों ने इस पूरे मामले पर जांच शुरू की और बृजेश के दोस्त कन्हाखेड़ा देवराहट निवासी सुबोध सचान को हिरासत लेकर कड़ी पूछताछ की तो पता चला कि कोल्ड ड्रिंक में नींद की गोलियां मिलाकर पिलाने के बाद गला घोंट कर हत्या करने की बात कबूल की।