संजय सनातन
लखनऊ। लोकसभा चुनाव 2019 में करारी शिकस्त के बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के इस्तीफे का हाईबोल्टेज ड्रामा समाप्त होने वाला है। भले ही राहुल के लिए उत्तर प्रदेश से सामूहिक इस्तीफे पार्टी नेताओं ने दिये हैं। पर वह सब एक तिलिस्म का हिस्सा ही है।
कांग्रेस के उच्च सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक राहुल गांधी का अध्यक्ष पद से इस्तीफा सौ प्रतिशत सही है। इसमें किसी भी प्रकार का कयास लगाना बेईमानी है। कांग्रेस के जो-जो नेता राहुल की जी-हुजूरी में इस्तीफा दे रहे हैं उन्हें निराशा ही हाथ लगेगी।
सीएम गहलोत को राहुल ने स्पष्ट कहा, फैसला नहीं बदलेगा
कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद को एकदम छोड़ने पर आमादा राहुल गांधी ने सोमवार को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को बहुत ही करारा जबाव दिया है। इससे स्पष्ट हो गया है कि राहुल गांधी किसी भी कीमत पर अध्यक्ष पद को लेकर समझने के मूड में नहीं है। उन्होंने गहलोत जैसे वरिष्ठ कांग्रेसी को अपना तेवर भी दिखा दिया है।
राहुल समझ चुके जनता के सामने कमी स्वीकारना ही अच्छा
लोकसभा चुनाव 2019 में जबरदस्त हार के बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी अब अच्छे से समझ गये हैं कि जनता के सामने हेकड़ी दिखाना अच्छा नहीं है। जनता ने जो जनादेश दिया है। उसे स्वीकार किया जाय। इसी के साथ ही इस्तीफा देकर अपनी छवि को भी सुधारा जाय। यह कांग्रेस पार्टी औ उनके गांधी परिवार के लिए बेहतर होगा।
कांग्रेस से परिवारवाद का भी हटाना चाहते हैं दूसरों का आरोप
कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी इस्तीफा देकर विपक्षियों के प्रमुख आरोप कांग्रेस पर गांधी परिवार का परिवारवाद को भी हटाना चाहते हैं। शायद इसी लिए राहुल गांधी इतने दिनों तक पुराने से पुराने कांग्रेसियों के मनाने के बाद भी इस्तीफा वापस लेने के लिए तैयार नहीं हुए हैं। कांग्रेस के जानकारी इसी में कांग्रेस का फाय़दा भी बता रहे हैं।