जुबिली न्यूज डेस्क
रूस लगातार यूक्रेन पर अपना शिकंजा कसता जा रहा है। रूस ने अब यूक्रेन को चारों तरफ से घेर लिया है और लगातार बमबारी कर रहा है।
वहीं अमेरिका समेत यूरोपीय देश इस युद्ध को रोकने की भरपूर कोशिश कर रहे हैं। कई देशों द्वारा रूस पर अनेक आर्थिक प्रतिबंध लगाने के बाद भी रूस टस से मस नहीं हो रहा।
वहीं यूक्रेन के साथ मजबूती से खड़ा अमेरिका लगातार रूस को घेरने की कोशिश कर रहा है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने अमेरिकी संसद को संबोधित करते हुए कहा है कि अमेरिका और नेटो ने दिखाया है कि यूक्रेन के साथ पश्चिम एकजुटता से खड़ा है।
बाइडेन ने कहा कि इतिहास दिखाता है कि ‘जब तक तानाशाह अपने हमले की कीमत नहीं चुकाता तब तक वो और अराजकता पैदा करता है।’
उन्होंने कहा कि “हम हालात ठीक होते देखेंगे, जब इतिहास लिखा जाएगा तो यूक्रेन के खिलाफ पुतिन का युद्ध रूस को और कमजोर करेगा और दुनिया को और मजबूत करेगा।”
उन्होंने कहा, “छह दिन पहले रूस के व्लादिमीर पुतिन ने आजाद दुनिया की नींव को हिलाना चाहा। उन्होंने सोचा कि वो अपने खतरनाक तरीकों से इसे झुका सकते हैं. लेकिन उन्होंने इसका गलत आंकलन किया।”
जो बाइडन ने अपने यूक्रेनी समकक्ष यूक्रेन केराष्ट्रपति जेेलेंस्की और यूक्रेनी नागरिकों की तारीफ की। उन्होंने उन्हें निडर, बहादुर बताते हुए कहा कि वो दुनिया को प्रेरित कर रहे हैं।
एप्पल ने रूस में अपने उत्पादों की बिक्री पर लगाई रोक
वहीं एप्पल ने अपने सभी उत्पादों की रूस में बिक्री पर रोक लगा दी है। यूक्रेन पर हमले के कारण ऐसा फैसला लेने वाली एप्पल सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है।
एप्पल के अलावा ऊर्जा कंपनी एक्सॉनमॉबिल ने भी रूस में अपना काम बंद करने और निवेश रोकने की घोषणा की है।
आईफोन निर्माता कंपनी ने कहा है कि वो रूस के हमले से ‘बेहद चिंतित’ है और उनके साथ खड़ी है जो ‘हिंसा से पीडि़त’ हैं।
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इसके साथ ही रूस में एप्पल पे और एप्पल मैप जैसी सेवाओं को भी सीमित कर दिया गया है।
गूगल ने रूस के सरकारी सहायता प्राप्त मीडिया आरटी को भी अपने फीचर्स से हटा दिया है।
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समाचार एजेंसी आरआईए के अनुसार, रूस के वीटीबी बैंक जैसे ऐप अब एप्पल के आईओएस ऑपरेटिंग सिस्टम में रूसी भाषा में नहीं चल पाएंगे।
एप्पल ने अपने बयान में बताया है कि उसने यूक्रेन में एप्पल मैप्स में ‘यूक्रेनी नागरिकों की सुरक्षा के लिहाज से’ ट्रैफिक और लाइव इंसिडेंट्स को डिसेबल्ड कर दिया है।