Monday - 28 October 2024 - 11:56 PM

कोरोना से बचाव में कौन सा मास्क है कारगर

जुबिली न्यूज डेस्क

कोरोना से बचाव में अब तक मास्क ही सबसे अहम हथियार साबित हुआ है। कोरोना के आने के बाद से डब्ल्यूएचओ से लेकर वैज्ञानिक तक लगातार लोगों को मास्क लगाने की सलाह देते आ रहे हैं।

कोरोना से बचाव में मास्क अहम है लेकिन कौन सा मास्क कारगर है यह बड़ा सवाल है। बाजार में तरह-तरह के मास्क है लेकिन कौन अच्छा है यह ज्यादा अहम है।

फिलहाल वैज्ञानिकों के एक दल ने बताया है कि कौन सा मास्क अच्छा है। वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए मास्क में किए गए बदलावों और उनके प्रभाव का मूल्यांकन किया और पाया कि नायलॉन से बने दो परतों वाले मास्क सामान्य मास्क के मुकाबले अधिक प्रभावी हैं।

इस अध्ययन दल में अमेरिका स्थित यूनिवसिर्टी ऑफ नार्थ कैरोलिना (यूएनसी) से सबद्ध स्कूल ऑफ मेडिसीन के भी वैज्ञानिक शामिल थे।

वैज्ञानिकों ने रेखांकित किया है कि कोविड-19 महामारी के दौरान चेहरे को ढंकने के लिए कई नवोन्मेषी उपकरण और मास्क इस दावे के साथ बनाए गए हैं कि वे पारंपरिक मास्क के मुकाबले कोरोना वायरस के संक्रमण से बेहतर तरीके से बचाव करते हैं।

हालांकि, वैज्ञानिकों का मानना है कि इन मास्क या चेहरे को ढंकने वाले उपकरणों के प्रभाव का बहुत कम मूल्यांकन हुआ है।

यह अध्ययन जेएमएए इंटरनल मेडिसीन पत्रिका में प्रकाशित हुआ है। वैज्ञानिकों ने विभिन्न तरह के मास्क का मूलयांकन उन्हें पहनने वालों के वायरस से संपर्क में आने के आधार पर किया है।

अनुसंधानकर्ताओं के मुताबिक सर्जिकल मास्क हवा में मौजूद वायरस को दूर रखने में 38.5 प्रतिशत तक कारगर है लेकिन जब इसे कान पर विशेष तरीके से और कसकर बांधा जाता है तो इसकी क्षमता में सुधार होता है और यह 60.3 प्रतिशत तक संक्रमण से रक्षा कर सकता है।

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उन्होंने बताया कि जब सर्जिकल मास्क में नायलॉन की परत जोड़ी जाती है तो यह 80 प्रतिशत तक प्रभावी हो जाता है।

अनुसंधानपत्र के सह लेखक और यूएनसी में कार्यरत इमिली सिकबर्ट बेनेट ने बताया कि वायरस की मात्रा का कम करना महत्वपूर्ण है क्योंकि अधिक वायरस के संपर्क में आने से गंभीर रूप से बीमार होने का खतरा भी अधिक होता है।

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स्टडी में यह भी पाया गया कि कॉटन कपड़े से बना मास्क केवल 49 प्रतिशत कारगर है जबकि एन-95 मास्क वायरस से 95 प्रतिशत तक रक्षा करता है।

अनुसंधानकर्ताओं के मुताबिक मास्क में नाक के पास दबाने के लिए क्लिप की उपस्थिति और सूती और नायलॉन से बने मास्क को धोने से उनकी क्षमता में सुधार होता है।

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