Friday - 25 October 2024 - 11:05 PM

मौलाना साद की वायरल ऑडियो क्लिप का क्या है सच ?

स्पेशल डेस्क

नई दिल्ली स्थित निजामुद्दीन मरकज में जमा हुए देश दुनिया के तब्लीगी जमात के सदस्यों पर कोरोना फैलाने का आरोप लगा था और देश भर में तब्लीगी जमात की निंदा भी की गई थी। इतना ही नहीं मरकज के प्रमुख मौलाना साद कंधावली को लेकर तमाम बातें सोशल मीडिया होती रही है। इस दौरान मौलाना साद की कई ऑडियो क्लिप भी सोशल मीडिया पर वायरल हुई लेकिन इस मामले में अब नया मोड आ गया है और पुलिस ने दावा किया है कि तब्लीगी जमात चीफ मौलाना साद की ऑडियो क्लिप से छेड़छाड़ की गई है।

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दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने इस पूरे मामले में कहा है कि शुरुआती जांच से पता चला है कि ऑडियो क्लिप से छेड़छाड़ की गई और साथ में ही कई क्लिप को जोडक़र एक क्लिप तैयार कर उसे वायरल किया गया।

एक अंग्रेजी अखबार के हवाले से कहा गया है कि पुलिस ने सभी ऑडियो क्लिप को फोरेंसिक जांच के लिए भी भेजा है। बता दें कि मौलाना साद समेत 6 लोगों पर केस भी दर्ज है। जानकारी के मुताबिक इस ऑडियो क्लिप के साथ छेड़छाड़ और एडिट की गई कई ऑडियो क्लिप्स को जोडक़र बनाई गई है।

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इस ऑडियो क्लिप को बनाने में लगभग 20 ऑडियो क्लिप्स का इस्तेमाल किया गया है। पुलिस ने सभी ऑडियो क्लिप और वायरल हुई इस ऑडियो क्लिप को (जिससे छेड़छाड़ का शक है) जांच के लिए फॉरेंसिक साइंस लैब में भेज दिया है।

इंस्पेक्टर सतीश कुमार के नेतृत्व में एक टीम इस पूरे प्रकरण की जांच कर रही है। पुलिस को एक लैपटॉप मिला है लेकिन उससे ऐसी कोई क्लिप नहीं मिला है, जिसके चलते मौलाना साद पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी।

 

दूसरी ओर जांचकर्ताओं ने पाया कि पुलिस और धर्म को लेकर जो बयान दिया गया था, उसको लेकर बेहद चौंकाने वाली बात सामने आ रही है। अखबार के मुताबिक यह भी पता चला है कि मौलाना साद द्वारा पुलिस और धर्म पर की गई टिप्पणी किसी दूसरे मौके की है और बाद में इससे छेड़छाड़ कर दूसरी जगह जोडक़र क्लिप तैयार कर दी गई है।

क्या है पूरा मामला

देश में कोरोना वायरस का कहर देखने को मिल रहा है। इस दौरान मार्च के अंत दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में तबलीगी जमात हुई थी. यानी इस्लाम का प्रचार करने वाले लोग जमा हुए,  इस कार्यक्रम में शामिल होने वाले सैकड़ों लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे।

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इसके बाद से तबलीगी जमात सुर्खियों में आ गया था और तब्लीगी जमात के सदस्यों पर कोरोना फैलाने का आरोप लगा था। इतना ही नहीं मौलाना साद इसके बाद से फरार हो गए थे लेकिन इस दौरान उनके संदेश यानी उनकी ऑडियो क्लिप सामने आ रही थी। इस ऑडियो क्लिप में मौलाना साद तब्लीगी जमात के लोगों को कथित तौर पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने की सलाह दी गई थी।

हालांकि अब दिल्ली पुलिस ने इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर का खंडन किया है

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