Friday - 25 October 2024 - 11:05 PM

अब क्या कर रही है इटली की सरकार?

न्यूज डेस्क

पिछले एक माह से बहुत ही बुरे दौर से गुजर रहे इटली के लिए बीता शनिवार थोड़ा सा सुकून देने वाला था। ऐसा नहीं है कि इस दिन किसी की कोरोना से मौत नहीं हुई या कोरोना संक्रमित मरीज नहीं पाये गए। सब कुछ पहले जैसा ही था, बस सुकून इस बात का था कि अस्पतालों में क्रिटिकल मरीजों की संख्या में बाकी दिनों की अपेक्षा कमी देखी गई।

इटली में आम लोगों की सुरक्षा करने वाले सिविल प्रोटेक्शन डिविजन के अनुसार देश में ऐसे मरीजों की संख्या में पहली बार कमी देखने को मिली है, जिनका इलाज इंटेंसिव केयर यूनिट में चल रहा है। शुक्रवार को इटली के अस्पतालों में क्रिटिकल मरीजों की की संख्या 4,068 थी जो शनिवार को कम होकर 3,994 हो गई है।

यह भी पढ़ें : #CoronaDiaries : इस आदिम डर का क्या करें? 

बीबीसी के अनुसार इटली के सिविल प्रोटेक्शन डिविजन के प्रमुख एंजेलो बोर्रेली ने मीडिया को बताया है कि “यह हमारे लिए बेहद महत्वपूर्ण डेटा है क्योंकि पहली बार ऐसा हुआ है जब क्रिटिकल मरीजों की संख्या कम हुई है। यह इसलिए भी अहम है क्योंकि इससे हमारे अस्पतालों को थोड़ी राहत मिलेगी। उन्हें सांस लेने का मौक्रा मिलेगा। जब से हम लोगों ने आपातकालीन स्थितियों को देखा है तब से पहली बार क्रिटिकल मरीजों की संख्या में कमी आयी है।”

इटली में नए संक्रमण के मामलों में भी कमी देखने को मिल रही है। शनिवार को इटली में कोरोना वायरस से संक्रमण के 2,886 नए मामले सामने आए। मौजूदा समय में इटली में कोरोना वायरस की चपेट में 88,274 एक्टिव मरीज हैं। वहीं 20,996 मरीज इलाज के बाद ठीक हो चुके हैं। इटली में कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा 15 हजार पार कर चुका है।

इटली के लोम्बार्डी का उत्तरी क्षेत्र कोरोना वायरस से सबसे बुरी तरह प्रभावित है। पूरे देश के संक्रमित लोगों में से 85 फीसदी इस क्षेत्र से हैं और जितनी मौतें इटली में हुई हैं उनमें से ज्यादातर इसी इलाके में हुई हैं। सरकार ने कोरोना संक्रमण रोकने के लिए यहां एहतियातन कई कदम उठाए हैं।

अभी पूरे इटली  में लॉकडाउन की स्थिति है, लेकिन लोम्बार्डी में कुछ ज्यादा ही सख़्ती से प्रावधान लागू कराए जा रहे हैं, जिसके उल्लंघन करने पर लोगों पर ढाई लाख रुपये तक का जुर्माना लगाया जा रहा है। घर से बाहर निकलने पर सुरक्षा के लिए मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। यह नया प्रावधान 5 अप्रैल यानी रविवार से लागू हो गया है और यह 13 अप्रैल तक जारी रहेगा।

यह भी पढ़ें : बच्चे बन सकते हैं कोरोना के आसान शिकार

इतना ही नहीं इटली के उत्तरी हिस्से के दूसरे शहरों यानी वेनेतो और आल्टो एडिगे में भी लोगों के लिए बाजार या या शॉपिंग स्टोर में खरीददारी करने के लिए निकलने पर मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। इसके पहले भी इन इलाकों में सख्ती की गई थी।

मसलन 15 अप्रैल तक इन इलाकों में सड़कों पर वॉक करने या दौड़ने की इजाजत नहीं है। बाइक से भी बाहर निकलने पर पाबंदी लगाई है। कोई शख़्स किसी भीड़ का हिस्सा बनता है तो उस पर 5000 यूरो तक का जुर्माना लगाया जा सकता है जो कि इटली के दूसरो हिस्सों में लगाए जा रहे जुर्माने से 25 गुणा अधिक है।

अगर किसी के पास दो घर हैं तो उसे सिर्फ अपने मुख्य घर में रहने की इजाजत होगी और वो दूसरे घर की तरफ जा भी नहीं पाएगा। सभी पर्यटक स्थलों और होटलों को बंद कर दिया गया था। इसके अलावा किसी भी तरह के निर्माण कार्य पर पाबंदी लगाई गई थी।

सरकारी आदेश में कहा गया है कि आवश्यक सेवाओं में काम करने वाले लोगों, खासकर सुपर मार्केट के कैशियरों का हर घंटे पर तापमान लिया जाएगा। सार्वजनिक स्थान पर अगर पुलिस किसी को रोकती है तो उसे उसका तापमान लेने का अधिकार होगा। लोम्बार्डी की तरह के ही कड़े कदम इटली के तीसरे सबसे बड़े प्रभावित इलाके पीडमौंट में भी उठाए गए हैं।

इटली में आधिकारिक तौर पर 20 फरवरी को कोरोना वायरस संक्रमण की शुरुआत हुई, जब एक 38 वर्षीय शख़्स ने लोम्बार्डी के कोडोग्नो कस्बे में अपनी जांच करायी। जब जांच रिपोर्ट आई तो यह व्यक्ति कोरोना वायरस से सक्रमित पाया गया। इटली का यह पहला आधिकारिक तौर पर दर्ज कोविड-19 केस था। हालांकि कुछ स्वास्थ्य अधिकारी ये मानते हैं कि इटली में इस वायरस का प्रवेश बहुत पहले हो गया था।

यह भी पढ़ें : किस देश में लॉकडाउन का पालन न करने पर पुलिस ने मारी गोली

यह भी पढ़ें : पास्ता के लिए स्पेशल ट्रेन चला रहा है जर्मनी

Radio_Prabhat
English

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com