जुबिली न्यूज डेस्क
नई दिल्ली: देश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इस बीच कोविड के मामले में नए सिरे से बढ़ने के बीच एक्सपर्ट का कहना है कि अभी दिल्ली में कोविड पूरी तरह से नियंत्रण में है। राजधानी में सांस की बीमारी की वजह से एडमिट मरीजों में अतिरिक्त बीमारी या सीवियरिटी भी नहीं देखी जा रही है।
सांस लेने में हो रही दिक्कत
कोविड एक्सपर्ट और लंग्स स्पेशलिस्ट डॉ. संदीप नय्यर ने कहा कि लंग्स की समस्या की वजह से लोग एडमिट हो रहे हैं। सांस लेने में दिक्कत हो रही है, कुछ लोगों को आईसीयू में भी रखना पड़ रहा है, लेकिन कोविड नहीं निकल रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि सांस के हर मरीजों की जांच भी नहीं करा रहे हैं, क्योंकि कोविड का नया वेरिएंट बहुत माइल्ड है। अगर कोई कोविड संक्रमित है और उसमें सीवियरिटी नहीं है, कोई गंभीर बीमारी नहीं है या बीमारी के लक्षण नहीं है तो ऐसे सांस के मरीजों की जांच कराने से कोई फायदा नहीं है। इससे केवल नंबर बढ़ेगा और पैनिक होगा।
बच्चों में कोविड का कितना खतरा?
बच्चों के डॉक्टर और कोविड एक्सपर्ट डॉक्टर अरुण गुप्ता ने कहा कि अभी बच्चों में कोविड नहीं हो रहा है। सर्दी का सीजन बच्चों के लिए वैसे भी परेशान करने वाला होता है। सर्दी में कई प्रकार के वायरस एक्टिव होते हैं, जिसकी वजह से बच्चों में फीवर, सर्दी, खांसी की दिक्कत होती है। अभी भी कुछ बच्चे इलाज के लिए एडमिट हो रहे हैं। लेकिन मेरी व्यक्तिगत राय है कि इन बच्चों की कोविड जांच जरूरी नहीं है। वजह यही है कि जब कोई ज्यादा दिक्कत नहीं हो रही है तो कोविड पॉजिटिव हों या निगेटिव इससे फर्क नहीं पड़ता है।