न्यूज डेस्क
मध्य प्रदेश के ग्वालियर के डीएम अपनी एक शर्त की वजह से चर्चा में हैं। उन्होंने शस्त्र लाइसेंस चाहने वालों के लिए अन्य शर्तों के साथ-साथ एक बेहद ही अलग तरह की शर्त रखी है।
ग्वालियर के डीएम अनुराग चौधरी ने एक ट्वीट के जरिए शस्त्र लाइसेंस चाहने वालों को इस शर्त के बारे में बताते हुए कहा कि जिसे बंदूक का लाइसेंस चाहिए उसे गोशाला में कम से कम 10 कंबल दान करना होगा।
गौरतलब है कि इससे पहले भी कलेक्टर अनुराग चौधरी अपनी अनोखी शर्तो के लिए चर्चाओं में रहे हैं। डीएम चौधरी इससे पहले लाइसेंस के बदले 10 पौधे लगवाने की शर्त भी रख चुके हैं।
डीएम चौधरी ने ऑफिशल ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा है कि ‘बंदूक का लाइसेंस चाहिए तो गोशाला में दान करने होंगे कम से कम 10 कंबल’ ।
बंदूक का लाइसेंस चाहिए तो गौशाला में दान करने होंगे कम से कम 10 कंबल-कलेक्टर@dmgwalior अनुराग चौधरी ने किया लाल टिपारा एवं मार्क हॉस्पिटल परिसर स्थित गौशाला का निरीक्षण,दिए आवश्यक दिशा निर्देश। @OfficeOfKNath @UmangSinghar @PradhumanINC @JansamparkMP @GwaliorComm @jdjsgwalior pic.twitter.com/kUi8JJl71s
— Collector Gwalior (@dmgwalior) December 14, 2019
दरअसल, 14 दिसंबर को डीएम अनुराग चौधरी गोसेवकों की बैठक में गए थे, जहां गाय को ठंड से बचाने के उपायों पर चर्चा हुई। इसी कार्यक्रम के दौरान हुई बातचीत मैं चौधरी ने यह शर्त रखी कि बंदूक के लाइसेंस के लिए आवेदनकर्ता को 10 कंबल दान करना जरूरी है।
गौरतलब है कि ग्वालियर, भिंड, मुरैना समेत ग्वालियर-चंबल संभाग में बंदूक रखने को प्रतिष्ठा माना जाता है, इसलिए प्रदेश में सबसे ज्यादा हथियार लाइसेंस इसी संभाग के लोगों के पास में हैं।
यह भी पढ़ें : दुर्गा के देश में दुर्गा की दुर्दशा’
यह भी पढ़ें : ईरान ने बनाया 100 भाषाएं बोलने वाला ‘सुरेना’
यह भी पढ़ें : कैब के समर्थन के बाद एनआरसी पर पलटे नीतीश