न्यूज डेस्क
देश के सबसे संवेदनशील राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद पर आज सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुना दिया। पूरे देश को कोर्ट के फैसले का इंतजार था। अब जबकि फैसला आ गया है तो अयोध्या की सरगर्मी जानने के लिए लोग उत्सुक हैं। कोर्ट का फैसला आने के बाद आज शायद अयोध्या ने भी चैन की सांस ली होगी और उम्मीद की होगी कि चलों कुछ महीनों या सालों बाद उसे पुलिस से रिहाई मिलेगी।
हर वक्त संगीनों के साये में कैद में रहने वाले अयोध्या और वहां के रहने वाले लोग कोर्ट के फैसले से काफी खुश हैं। हालांकि प्रशासन की सांसे जरूर रूकी हुई हैं।
#AyodhyaJudgment: Police deployed in Old Lucknow city pic.twitter.com/ZYsdiQURZS
— ANI UP (@ANINewsUP) November 9, 2019
भले ही अयोध्या छावनी में तब्दील हो गई है, चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है, लेकिन फैसला आने के पहले तक यहां के लोगों की दिनचर्या नहीं बदली। हर रोज की तरह आज भी सरयू तट पर संतों-महंतों ने स्नान किया। सुबह चाय की दुकानें पहले की तरह गुलजार रहीं। रोज की तरह ही स्थानीय निवासी अधिग्रहीत परिसर के रामकोट एरिया को छोड़कर कहीं भी आ-जा रहे थे। बाजारों में भी सब्जी और सामान खरीदने के लिए भीड़ लगी रहीं, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद पुलिस-प्रशासन हरकत में आ गया।
कोर्ट के फैसले के बाद अयोध्या में सन्नाटा पसरा हुआ है। हनुमान गढ़ी के आस पास की दुकानें पुलिस ने बंद करवा दी और लोगों को इकट्ठा होने से रोकना शुरू कर दिया है।
अयोध्या के प्रवेश द्वार पर सुबह से कड़ी सुरक्षा है। प्रमुख रास्तों पर पुलिस की गाड़ियों को छोड़कर सभी चार पहिया वाहनों को प्रतिबंधित कर दिया गया है। राम जन्मभूमि पुलिस स्टेशन और हनुमान गढ़ी मंदिर के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
हालांकि हनुमानगढ़ी से करीब 100 मीटर आगे आगे सन्नाटा पसरा हुआ है लेकिन दुकानें खुली हुई हैं। कुछ लोगों ने पटाखा दागना शुरू किया पर पुलिस ने आकर उन्हें रुकवा दिया है। डीएम और एसएसपी लगातार मार्च कर रहे है।
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