जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। जहां एक ओर इस वक्त कई राज्यों में विधान सभा चुनाव हो रहे हैं तो दूसरी तरफ लोकसभा चुनाव की भी उल्टी गिनती शुरू हो गई है।
ऐसे में राजनीतिक दलों के बीच जुब़ानी जंग भी तेज हो गई है। यूपी से लेकर बंगाल में इस वक्त राजनीतिक घमासान देखने को मिल रहा है।
वहीं कल राजस्थान मतदान होना है। वहां पर कांग्रेस इस बार इतिहास रचने की बात कर रही है। दूसरी तरफ पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी अब पुरानी फॉर्म में लौटती हुई नजर आ रही है और उन्होंने राजनीति तेवर दिखाते हुए महुआ मोइत्रा के साथ साथ पार्थ चटर्जी के मामले में अपनी बात रखी है।
टीएमसी नेताओं की एक महत्वपूर्ण मीटिंग में ममता बनर्जी ने साथियों की हौसलाअफजाई करते हुए ये समझाने की कोशिश की कि बिलकुल भी फिक्र करने की जरूरत नहीं है, बंगाल पुलिस भी बीजेपी नेताओं के खिलाफ वैसी ही कार्रवाई करेगी जैसे ईडी और सीबीआई जैसी केंद्रीय जांच एजेंसियां टीएमसी नेताओं को टारगेट कर रही हैं।
ममता का ये तेवर उनके पुराने दिनों से काफी मेल खा रहा है क्योंकि इससे पहले भी बीजेपी को टारगेट कर उनको बख्शती नहीं थी लेकिन अब वो एक बार फिर बीजेपी पर हमलावार है और आने वाले दिनों के इसके कुछ प्रभाव देखने को मिल सकते हैं।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अब बीजेपी के नेताओं पर सख्त नजर आ रही है और काफी हमलावर है। उन्होंने मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
एक अहम बैठक के बाद उन्होंने साफ कर दिया है कि वो इस बार बीजेपी को छोडऩे के मुड में नहीं है। ऐसे में बंगाल में बीजेपी नेताओं को ममता के गुस्सा के शिकार होना पड़ सकता है।
उन्होंने बैठक में सांसद महुआ का जिक्र किया है और उनकी सदस्यता रद्द किये जाने की आशंका भी जतायी। इस दौरान उन्होंने साथ ही ये भी कहा कि महुआ मोइत्रा को ऐसे एक्शन का फायदा ही मिलेगा और जो बात वो संसद में बोल रही थीं, आगे से बाहर भी वे मुद्दे उठाएंगी।
बता दें कि लोकसभा चुनाव को देखते हुए ममता बनर्जी का ये तेवर विपक्ष को फायदा पहुंचा सकता है। इंडिया गठबंधन भी लगातार मोदी सरकार को अपने निशाने पर लिया हो और लोकसभा चुनाव में पूरी मजबूती के साथ उतरने की तैयारी में है।