न्यूज डेस्क
दिल्ली में हुई हिंसा पर मुस्लिम बहुल देश ईरान ने तल्ख प्रतिक्रिया दी है। हिंसा की निंदा करते हुए ईरानी विदेश मंत्री ने इसे भारतीय मुस्लिमों के खिलाफ संगठित हिंसा बताया।
ईरानी विदेश मंत्री जवाद जरीफ ने भारतीय अधिकारियों से आग्रह किया कि वे सभी भारतीयों की सलामती सुनिश्चित करें और निर्रथक हिंसा को फैलने से रोकें। मालूम हो दिल्ली हिंसा पर प्रतिक्रिया देने वालों देशों में ईरान चौथा देश है।
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दो फरवरी को दिल्ली हिंसा मामले में विदेश मंत्री जरीफ ने एक ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, ‘भारतीय मुस्लिमों के खिलाफ संगठित रूप से की गई हिंसा की ईरान भत्र्सना करता है। सदियों से ईरान भारत का मित्र रहा है। हम भारतीय अधिकारियों से आग्रह करते हैं कि वे सभी भारतीयों की सलामती सुनिश्चित करें और निर्रथक हिंसा को फैलने से रोकें। आगे बढऩे का मार्ग शांतिपूर्ण संवाद और कानून का पालन करने से प्रशस्त होगा।’
ईरानी विदेश मंत्री का यह ट्वीट इंडोनेशिया, तुर्की और पाकिस्तान की प्रतिक्रिया के बाद आया है। बाकी देशों ने पिछले सप्ताह दंगों पर बयान दिया था।
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28 फरवरी को इंडोनेशिया ने जकार्ता में भारतीय राजदूत को दंगों पर अपनी चिंताओं से अवगत कराया था। ये बयान इंडोनेशिया के धार्मिक मामलों के मंत्रालय द्वारा “मुसलमानों के खिलाफ हिंसा” की निंदा करते हुए एक बयान जारी करने के बाद आया था।
गौरतलब है कि इन देशों से पहले बांग्लादेश और मलेशिया ने नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और प्रस्तावित एनआरसी की आलोचना कर चुके हैं। भारतीय पक्ष की तरफ से इस बाबत कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई लेकिन विदेश मंत्रालय ने पिछले दिनों तुर्की और पाकिस्तान के बयानों को खारिज कर दिया था।
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ईरान के मामले में भारत ने अमेरिका से प्रतिबंधों की धमकी के तहत देश से तेल खरीदना बंद कर दिया है, लेकिन चाबहार बंदरगाह पर काम करना जारी है।
मालूम हो कि भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने गुरुवार को कहा था कि एजेंसियां हिंसा को रोकने और परिस्थितियों को सामान्य बनाने के काम में लगी हुई हैं। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय संगठनों से इस संवेदनशील समय के दौरान गैर जिम्मेदाराना बयान न देने की अपील की थी।