Wednesday - 30 October 2024 - 5:54 PM

क्या मतलब है बीजेपी के इस नारे का

न्यूज डेस्क

दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी ने अपना स्लोगन जारी किया है जिसमें कहा गया है-‘दिल्ली चले मोदी के साथ 2020’। अब इस स्लोगन को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। चूंकि दिल्ली बीजेपी ने अब तक अपने मुख्यमंत्री उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है इसलिए अनुमान लगाया जा रहा है कि दिल्ली में मोदी वर्सेस केजरीवाल की लड़ाई होगी।

तो क्या बीजेपी दिल्ली में मोदी बनाम केजरीवाल की रणनीति पर चल रही है। फिलहाल स्लोगन से तो यही संकेत मिल रहा है। दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी की तरफ से अभी तक औपचारिक रूप से मुख्यमंत्री के चेहरे के रूप में किसी भी चेहरे को अभी तक आगे नहीं किया गया है। भारतीय जनता पार्टी के मौजूदा रुख को देखते हुए लग रहा है कि पार्टी बिना किसी सीएम चेहरे के ही विधानसभा चुनाव के समर में उतरने का मन बना रही है।

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वहीं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने भी रविवार को दिल्ली में कार्यकर्ताओं के सम्मेलन में भी इस बात के संकेत दिए। कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में भाजपा दिल्ली का चुनाव जीतेगी।

उन्होंने कहा कि हमने कहा था कि दिल्ली में अनधिकृत कॉलोनियों को अधिकृत करेंगे और पीएम नरेन्द्र मोदी ने अनधिकृत कॉलोनियों को अधिकृत करने की शुरुआत कर दी है। केजरीवाल पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा कि जनता को झांसा सिर्फ एक बार दिया जा सकता है, बार-बार नहीं और एक बार केजरीवाल ने झांसा दे दिया है ।

गौरतलब है कि इससे पहले बीजेपी की स्टेट यूनिट ने पिछले महीने दिल्ली में अनधिकृत कालोनियों को नयी अधिकृत कॉलोनियां के संदेश के साथ पीएम की तस्वीर और कमल निशान वाले 1731 पोस्टर भी लगाए थे। बीजेपी की ओर से यह काम मोदी की 22 दिसंबर को दिल्ली में बीजेपी के चुनावी अभियान की शुरुआत के कुछ दिन पहले ही किया गया था।

फिलहाल अभी तक जो दिख रहा है उससे तो यही लग रहा है कि बीजेपी मोदी के चेहरे पर ही दिल्ली का विधानसभा चुनाव लड़ेगी। इसके कई कारण भी है। राजनीतिक पंडितों का मानना है कि दिल्ली भाजपा में केजरीवाल के कद का कोई नेता नहीं है, जो उन्हें टक्कर दे सके। यह बीजेपी शीर्ष नेतृत्व भलीभांति जानता है। इसके अलावा 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी को मिली करारी हार भी बड़ी वजह है। इस चुनाव में बीजेपी ने किरन बेदी के चेहरे पर चुनाव लड़ा था। इसके बाद विधानसभा चुनाव में मिली हार को लेकर इस फैसले को भी जिम्मेदार ठहराया गया था।

हाल-फिलहाल बीजेपी ने झारखंड और महाराष्ट्र में सत्ता गवाया हैं। इन दोनों राज्यों के चुनाव में मुख्यमंत्री उम्मीदवार बीजेपी ने घोषित कर रखा था। इन चुनावों से भी शायद बीजेपी सबक ले रही हो, इसलिए दिल्ली में मोदी बनाम केजरीवाल की रणनीति पर बीजेपी चले।

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