जुबिली न्यूज डेस्क
रूस और चीन की बढ़ती करीबी पर रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने कहा कि रूस और चीन के संबंध ऐतिहासिक रूप से मजबूत हुए हैं।
पुतिन ने कहा, ”रूस और चीन की साझेदारी आपसी भरोसे के साथ राजनीतिक मामलों में, व्यापार, अर्थव्यवस्था, संस्कृति और मानवीय सहयोग में पूरी तरह से सफल रही है। हम कह सकते हैं कि रूस और चीन का संबंध ऐतिहासिक रूप से सबसे ऊंचाई पर पहुंच चुका है।”
रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने वीडियो लिंक के जरिए चीन में रूसी तकनीक से लैस थर्ड जेनरेशन के चार न्यूक्लियर रिएक्टर की शुरुआत की।
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रूस ने इन चारों न्यूक्लियर पावर प्लांट को चीन में बनाया है। इस मामले में पर्यवेक्षकों का कहना है कि ये चार नए न्यूक्लियर रिएक्टर चीन और रूस के बीच ऊर्जा परियोजना में सबसे बड़ी साझेदारी है।
इसे परमाणु ऊर्जा सहयोग के मामले में मील का पत्थर माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि रूस और चीन की करीबी लगातार बढ़ रही है।
चीन के अखबार ग्लोबल टाइम्स से चीनी विशेषज्ञों ने इस बारे में कहा कि उर्जा सुरक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा के मामले में यह दोनों देशों की रणनीतिक साझेदारी है। दोनों देश संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य हैं और दोनों की यह नजदीकी काफी मायने रखती है।
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रूस ने कहा है कि दोनों देशों के सहयोग के लिए यह मिसाल है। वहीं रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि ये न्यूक्लियर पावर प्लांट शक्तिशाली और आधुनिक हैं और संयुक्त उपक्रम के लिए ये अपने आप में मिसाल हैं।
रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि ये रिएक्टर सुरक्षा के सभी पैमानों पर दुरुस्त हैं। चीन के साथ अभी और पावर प्लांट बनाए जाएंगे।
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