न्यूज डेस्क
साध्वी प्रज्ञा सिंह अपने शौचालय वाले बयान की वजह से सुखिर्यों में हैं। अब तो उनके बयान पर विपक्षी दल भी चुटकी लेने लगे हैं।
तेलंगाना के हैदराबाद से एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने प्रज्ञा पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने अपने बयान से पीएम नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम को चैलेंज कर दिया है। ओवैसी ने यह भी कहा कि वह मानती हैं कि भारत में जाति भेदभाव को जारी रखना चाहिए।
गौरतलब है कि सांसद प्रज्ञा ने कहा है कि वह जनता की नालियां और शौचालय साफ करने के लिए सांसद नहीं बनी हैं। प्रज्ञा के इस बयान का विडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। प्रज्ञा ठाकुर सीहोर में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में जनता से मुलाकात कर रही थीं।
यह भी पढ़ें :ये तो सीधे-सीधे मोदी पर तंज है
यह भी पढ़ें : हर मामले में नेहरू गलत, तो सही कौन ?
वीडियो में वह कहती दिख रही हैं, ‘ध्यान रखिए, हमें नाली साफ करवाने के लिए सांसद नहीं बनाया गया है। हमें आपके शौचालय साफ करवाने के लिए सांसद नहीं बनाया गया है। हम जिस काम के लिए बनाए गए हैं, वह काम हम ईमानदारी से करेंगे।’
प्रज्ञा के इस बयान के बाद से बीजेपी असहज स्थिति में आ गई है। यह पहली बार नहीं है कि प्रज्ञा की वजह से बीजेपी असहज स्थिति में आई हो। इसके पहले भी वह अपने विवादित बयानों से बीजेपी की किरकिरी करा चुकी हैं।
यह भी पढ़ें : क्या पीयूष गोयल ने अपना लिया है इस्लाम ?
यह भी पढ़ें : तो माही ने खेल लिया है आखिरी मैच !
वहीं ओवैसी ने प्रज्ञा के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘न ही मुझे इस पर आश्चर्य है और न ही मैं ऐसे अप्रिय बयान से हैरान हूं। उन्होंने ऐसा कहा कि क्योंकि यह उनके विचार हैं। सांसद भारत में हो रहे जाति और वर्ग के भेदभाव को मानती हैं।’
सांसद ओवैसी ने आगे कहा, ‘वह यह भी स्पष्ट रूप से बताती हैं कि देश में जातियों ने जिस तरह का काम परिभाषित कर रखा है, उसे जारी रखना चाहिए। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। साथ ही, उन्होंने पीएम के कार्यक्रम का खुलकर विरोध किया है।’