न्यूज डेस्क
अभिनेता से सांसद बने सनी देओल चर्चा में हैं। सनी ने अपने संसदीय क्षेत्र में स्क्रीनप्ले राइटर गुरप्रीत सिंह पलहेरी को अपना प्रतिनिधि नियुक्त कर नए ‘विवाद’ को जन्म दे दिया है। विवाद बढ़ता देख सनी देओल ने इस मुद्दे पर सफाई दी है।
नया बयान जारी कर सांसद ने कहा है कि इस मामले पर विवाद से वो दुखी हैं। गुरदासपुर के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। देओल का कहना है कि इसे बेकार में मुद्दा बनाया जा रहा है।
सनी देओल ने गुरदासपुर में अपने ऑफिस के लिए पर्सनल असिस्टेंट नियुक्त किया है। इस पर उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि अगर मैं संसद के काम से या किसी और काम से बाहर रहूं तो गुरदासपुर में कोई काम न रुके।
आगे उन्होंने कहा कि इरादा ये था कि कोई काम देरी की वजह से न रुके और मैं हर रोज अपडेट रह सकूं। इरादा ये था कि कोई काम देरी की वजह से न रुके और मैं हर रोज अपडेट रह सकूं।
सनी देओल ने कहा कि बतौर लोकसभा सांसद मैं गुरदासपुर के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हूं और मैं गुरदासपुर के लिए और यहां के लोगों के लिए जो भी सबसे बेहतर होगा, वही करूंगा।
ऐसी चर्चा थी कि सनी देओल के इस कदम को बीजेपी सही नहीं मान रही है। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि पलहेरी को गुरदासपुर से जुड़े मुद्दों को उप आयुक्त विपुल उज्ज्वल के साथ उठाने को भी अधिकृत किया गया है।