न्यूज डेस्क
बिहार एनडीए में सबकुछ ठीक नहीं है। नेताओं के बीच जुबानी जंग जारी है। इस बीच भाजपा के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को नसीहत दी है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि बिहार में भाजपा बड़ा भाई है, इसलिए जदयू को चाहिए कि वह छोटा भाई बनकर रहे।
इससे पहले 8 अक्टूबर को दशहरा के मौके पर पटना गांधी मैदान में रावण वध के अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ कोई भी भाजपा नेता मौजूद नहीं था, जिसपर जदयू नेताओं ने ऐतराज जताया था। भाजपा नेताओं की गैरमौजूदगी के बाद सियासी गलियारे में एनडीए में दरार पडऩे की अटकलें लगाई जाने लगी।
अभी यह मामला शांत हुआ नहीं कि बुधवार को सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि अगर जदयू को बिहार में अपनी राजनीति बचानी है तो उसे छोटे भाई की भूमिका में रहना होगा। देशभर में लोग भाजपा को पसंद कर रहे हैं और इस लहर के बीच बिहार में भी अब भाजपा बड़े भाई की भूमिका में है।
वह यहीं नहीं रूके। आगे उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को 2020 का विधानसभा चुनाव जीतना है, उन्हें भाजपा के साथ छोटे भाई की भूमिका में रहना होगा। जदयू अकेले चुनाव लड़ता है तो उसकी स्थिति बेहद कमजोर हो जाएगी।
स्वामी ने कहा कि पूरे देश में भाजपा बढ़ रही है। बंगाल में हम नंबर वन बनने से कुछ ही दूर है। इतना ही नहीं कई राज्यों में हमारी पार्टी नंबर वन है। बिहार तो पुराना गढ़ रहा है।
सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि नीतीश कुमार को पता करना चाहिए कि भाजपा के नेता किस कारण से नाराज हैं। स्वामी ने गिरिराज सिंह की टिप्पणी का भी समर्थन किया और कहा कि वह स्पष्टवादी नेता हैं।
उन्होंने कहा कि बिहार में बाढ़ के दौरान नीतीश कुमार की खासी आलोचना हुई है। विषम हालातों को देखते हुए कुछ दूरियां जरूर बढ़ी है। शायद इसी को देखते हुए दशहरा के दौरान पार्टी के कोई भी नेता शामिल नहीं हुए होंगे।
गौरतलब है कि भाजपा नेता व केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भारी बारिश से पटना और अन्य जिलों में बाढ़ और जलजमाव के लिए सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी को इसका जिम्मेवार ठहराया था। इतना ही नहीं गिरिराज सिंह ने राहत वितरण में भी भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा था कि मुंह देख राहत सामग्री का वितरण नहीं होना चाहिए।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने ट्वीट कर कहा था कि सत्ता का नशा हो, तो जमीन नजर नहीं आती हो, आंखों पर पर्दा हो और लोगों का दर्द सुनाई न दे तो सत्ता हमेशा सजग चौकीदार से ही सवाल पूछती है। वहीं, प्रदेश भाजपा कार्यालय में स्थानीय पत्रकारों से अनौचारिक बातचीत में गिरिराज ने कहा कि मुझे सच कहने से कोई नहीं रोक सकता।
वहीं, दूसरी ओर भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने एनडीए गठबंधन के खिलाफ बयानबाजी करने को लेकर चेताया था और ऐसे बयान न देने की सलाह दी थी। इधर, जदयू प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने एनडीए में सब ठीक होने की बात कही है।
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