जुबिली न्यूज डेस्क
बिहार में विधानसभा चुनाव की सरगर्मी चरम पर है। सभी दलों के नेता चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं। चुनाव का दबाव सभी पर दिख रहा है।
हालांकि चुनाव प्रचार के दौरान ऐसा भी कुछ हो रहा है कि लोगों को हंसने को भी मिल रहा है। कहीं नेताओं के स्टंट की वजह से सबका मनोरंजन हो रहा है तो कहीं नेताओं के बयान से।
ऐसा ही कुछ कैमूर जिले के चैनपुर विधानसभा क्षेत्र में देखने को मिला। कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन में एक जनसभा को संबोधित करने गए तेजस्वी यादव कुछ ऐसा कर गए कि विरोधियों के साथ-साथ उनके अपने भी हंसी नहीं रोक पाए।
दरअसल, हुआ ये कि आरजेडी नेता तेजस्वी यादव को चैनपुर विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के उम्मीदवार के पक्ष में जनसभा को संबोधित करना था। तेजस्वी भारी भीड़ के बीच हाथ हिलाते हुए मंच पर पहुंचे और अपने चिर-परिचित अंदाज में कांग्रेस प्रत्याशी के लिए वोट मांगने की अपील की।
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लेकिन गलती उनसे ये हुई कि जिस उम्मीदवार के लिए उन्हें वोट मांगना था उसका नाम न लेकर किसी और का नाम बोल गए। उन्होंने जिस व्यक्ति का नाम उन्होंने लिया, वो कांग्रेस का प्रत्याशी ही नहीं है। जैसे ही उन्होंने गलत आदमी का नाम लिया वहां मौजूद लोग हंसने लगे।
फिर क्या तेजस्वी द्वारा गलत आदमी का नाम अनाउंस करते ही आस पास खड़े नेता सकते में आ गए। वे तुरंत उनके पास पहुंचे और उन्हें उनकी गलती का अहसास कराया।
तेजस्वी ने मामले को संभाला और अपनी गलती सुधारा। उसके बाद उन्होंने भाजपा और नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला।
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उन्होंने कहा कि 15 साल से डबल इंजन की सरकार बिहार में है, पर विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिला पाए। लोग अभी भी पलायन को मजबूर हैं, न गरीबी दूर हुई और न बेरोजगारी।
बीजेपी पर निशाना साधते हुए तेजस्वी ने कहा, ‘लोग पूछते हैं कहां से दीजिएगा 10 लाख सरकारी नौकरी। बिहार सरकार का बजट दो लाख 13 हजार करोड़ का है। सरकार अपने बजट का केवल 60 फीसदी पैसा ही खर्च कर पाती है। जिसकी वजह से 80 हजार करोड़ बच जाता है। सरकार यदि इस पैसे में से 10 लाख लोगों के रोजगार पर खर्च करें तब भी बजट की राशि में से पैसा बचेगा।
दस लाख रोजगार पर सिर्फ पचास हजार करोड़ रुपए ही खर्च होंगे।
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