जुबिली स्पेशल डेस्क
संघ की विजयादशमी (दशहरा) रैली में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने हिंदुओं को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने हिंदुओं को संगठित और सशक्त रहने तक की सलाह दे डाली। उन्होंने कहा कि दुर्बल रहना अपराध है। समाज में अलगाव और टकराव नहीं होना चाहिए।
अपना देश आगे बढ़ रहा है। विश्व में भारत की साख बनी है। भारत की विविधता ही भारत की ताकत है. भारत की तरक्की से कुछ लोगों को दिक्कत है।
वहीं उन्होंने बांग्लादेश को लेकर अपनी चुप्पी तोड़ी है और कहा है कि”बांग्लादेश में वहां के स्थानीय कारणों की वजह से हिंसक तख्तापलट हुआ।
इस दौरान एक बार फिर से हिंदू समाज के लोगों पर अत्याचार किए गए। उन अत्याचारों के विरोध में वहां का हिंदू समाज इस बार संगठित होकर स्वयं के बचाव में घर के बाहर आया इसलिए थोड़ा बचाव हुआ। लेकिन यह अत्याचारी कट्टरपंथी स्वभाव जब तक वहां है तब तक वहां के हिंदुओं सहित सभी अल्पसंख्यक समुदायों के सिर पर खतरे की तलवार लटकी रहेगी। ”
#WATCH | Nagpur, Maharashtra | #VijayaDashami | RSS chief Mohan Bhagwat says, "In Bangladesh, such discussions are going on that we have a threat from India and hence we have to side with Pakistan since they have a nuclear weapon we can stop India… We all know which countries… pic.twitter.com/ptJOJ3cHGY
— ANI (@ANI) October 12, 2024
कोलकाता के आरजी कर अस्पताल की घटना पर कहा कि आरजी कर की घटना अपराध और राजनीति के मिलाप के कारण हुई। दुर्बल और असंगठित रहना अपराध है. बांग्लादेश को कौन बहका रहा है सब जानते हैं। ये इशारा हमें मिल चुका है। गणेश विसर्जन पर पथराव हुआ। गुंडागर्दी नहीं चलने देना चाहिए। अपनी रक्षा के लिए सजग रहना चाहिए और ये हमारा अधिकार भी है। दुनियाभर के हिंदुओं को भारत सरकार की मदद मिले। बंगाल में अपराधियों को संरक्षण देने का प्रयास हुआ। असंतोष के नाम पर उपद्रव करना गलत है।कट्टरपंथ को उकसाकर उपद्रव किए जाते हैं. किसी एक की गलती पर पूरे समाज को जिम्मेदार मानना गलत है।
#WATCH | Nagpur, Maharashtra | #VijayaDashami | RSS chief Mohan Bhagwat says, "What happened in our neighbouring Bangladesh? It might have some immediate reasons but those who are concerned will discuss it. But, due to that chaos, the tradition of committing atrocities against… pic.twitter.com/KXfmbTFZ5D
— ANI (@ANI) October 12, 2024
उन्होंने आगे कहा, “असंगठित रहना और दुर्बल रहना यह दुष्टों के द्वारा अत्याचारों को निमंत्रण देना है. यह पाठ भी विश्व भर के हिंदु समाज को ग्रहण करना चाहिए। यह बात यहां रुकती नहीं है।
अब वहां भारत से बचने के लिए पाकिस्तान से मिलने की बात हो रही है। ऐसे विमर्श खड़े कर और स्थापित कर कौन से देश भारत पर दबाव बनाना चाहते हैं, इसको बताने की जरूरत नहीं है। इसको लेकर भी सरकार को सोचना होगा।”