जुबिली न्यूज डेस्क
उत्तर प्रदेश के झांसी में सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में आग लगने से 10 नवजात की मौत पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया सामने आ गई है. कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए घटना पर प्रतिक्रिया दी है.
प्रियंका गांधी ने कहा
प्रियंका गांधी ने अपनी पोस्ट में लिखा, “झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज से दहला देने वाली ख़बर आई है, जहां नवजात शिशुओं के सघन चिकित्सा कक्ष में आग लग जाने की वजह से दस बच्चों की मौत हो गई है.”
प्रियंका ने लिखा, “शोक और सांत्वना के शब्द इस महाविपत्ति के समय व्यर्थ हैं. हम लोग इस मुश्किल परिस्थिति में परिजनों और अभिभावकों के साथ खड़े हैं. इस घटना पर यूपी सरकार ने मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये और घायलों के लिए 50-50 हज़ार रुपये की सहायता राशि देने का एलान भी कर दिया है.
मायावती ने झांसी मामने में क्या कहा
उत्तर प्रदेश के झांसी के सरकारी मेडिकल कॉलेज में आग लगने से 10 नवजात बच्चों की मौत पर बसपा प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने प्रतिक्रिया दी है. मायावती ने अपने एक्स हैंडल से एक पोस्ट में लिखा, “यूपी, झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कालेज में आग लगने से 10 नवजात बच्चों की मौत की अति-दुखद घटना से कोहराम व आक्रोश स्वाभाविक है.”
“ऐसी घातक लापरवाही के लिए दोषियों को सख़्त क़ानूनी सज़ा ज़रूरी है. ऐसी घटनाओं की भरपाई असंभव है फिर भी सरकार पीड़ित परिवारों की हर प्रकार से मदद जरूर करे.”शुक्रवार की रात झांसी महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में आग लगने की घटना से 10 नवजात की मौत हो गई थी. सरकार ने प्रधानमंत्री राहत कोष से मृतक बच्चों के परिजनों को दो लाख रुपये और घायल बच्चों के लिए 50 हज़ार रुपये की आर्थिक मदद की घोषणा की है.
झांसी मेडिकल कॉलेज मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने क्या कहा
उत्तर प्रदेश के झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के चीफ़ मेडिकल सुपरिंटेंडेंट (मुख्य चिकित्सा अधीक्षक) का बयान सामने आया है. कॉलेज के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक सचिन महोर ने समाचार एजेंसी एएनआई को दिए बयान में कहा, “कल रात साढ़े 10 से पौने 11 के बीच एनआईसीयू वार्ड में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई. उस समय वहां पर 49 बच्चे भर्ती थे. जैसे ही आग लगी हमारे स्टाफ़ उनके रेस्क्यू में लगे. बाद में फ़ायर ब्रिगेड आई. हमने 39 बच्चों को रेस्क्यू कर लिया. 10 बच्चों की मृत्यु हो गई.”
घायल बच्चों की स्थिति पर उन्होंने बताया, “अभी सुबह लगभग साढ़े नौ बजे की स्थिति के अनुसार सभी बच्चे सुरक्षित हैं. जिनकी मृत्यु हुई है उसमें तीन बच्चे पहचान में नहीं आ रहे हैं. लेकिन हम उनके पहचान की कोशिश कर रहे हैं. उस रूम में ज़्यादातर बच्चे ऑक्सीजन सपोर्ट पर ही रहते हैं. जिस वजह से स्पार्क भी फ़ैल गया.” लापरवाही के सवाल पर उन्होंने कहा, “ऐसा नहीं कहा जा सकता है कि लापरवाही की वजह से ऐसी घटना हुई है.”