जुबिली न्यूज डेस्क
नीतीश कुमार के एक बार फिर बिहार के मुख्यमंत्री बन गए हैं। नीतीश कुमार के सातवीं बार बिहार के सीएम के रूप में शपथ ग्रहण करने के बाद जनता दल यूनाइटेड के पूर्व नेता व चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने उन पर निशाना साधा है।
प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार को बीजेपी ने मनोनीत किया है। बिहार को कुछ सालों तक और ‘एक थके हुए और राजनीतिक रूप से महत्वहीन हो गए नेता’ के प्रभावहीन शासन के लिए तैयार रहना चाहिए।
यह भी पढ़ें :साल 2019 में खसरा से हुई 2 लाख से अधिक मौतें
प्रशांत ने यह बाते ट्विटर पर कही। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा-बीजेपी के मनोनीत मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने पर नीतीश कुमार को बधाई। बिहार को कुछ और सालों तक ‘एक थके हुए और राजनीतिक रूप से महत्वहीन हो गए नेता’ के प्रभावहीन शासन के लिए तैयार रहना चाहिए।
भाजपा मनोनीत मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने पर @NitishKumarजी को बधाई।
भाजपा मनोनीत मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने पर @NitishKumar जी को बधाई।
With a tired and politically belittled leader as CM, #Bihar should brace for few more years of lacklustre governance.
— Prashant Kishor (@PrashantKishor) November 16, 2020
जेडीयू से अलग होने के बाद से प्रशांत किशोर लगातार नीतीश कुमार पर हमलावर रहे हैं। प्रशांत किशोर को नीतीश कुमार ने सितंबर 2018 में जेडीयू में शामिल कराया था।
यह भी पढ़ें : बीजेपी के पश्चिम बंगाल को गुजरात बनाने के वादे पर मचा संग्राम
यह भी पढ़ें : कोरोना वायरस के खिलाफ अमेरिका को मिली बड़ी कामयाबी
यह भी पढ़ें : कांग्रेस के भीतर से तेज होने लगी है असंतोष की आवाजें
उस वक्त नीतीश कुमार ने साफ कहा था कि पार्टी में उनकी हैसियत नंबर दो की होगी। नीतीश कुमार के इस निर्णय को लेकर पार्टी में अंदर ही अंदर नाराजगी थी लेकिन इसके बावजूद नीतीश कुमार ने प्रशांत किशोर को हमेशा तवज्जो दी। हालांकि, प्रशांत किशोर का जेडीयू में सफर ज्यादा लंब नहीं चला।
यह भी पढ़ें : बिहार चुनाव में कांग्रेस के कमजोर प्रदर्शन पर मची रार
यह भी पढ़ें : फेसबुक पर करते हैं चैटिंग तो पढ़ ले ये खबर
यह भी पढ़ें : महागठबंधन के 21 प्रत्याशी अदालत जाने को तैयार
सोमवार को नीतीश कुमार ने 7वीं बार सीएम पद की शपथ ली है। नीतीश कुमार राज्य के मुख्यमंत्री पद पर सर्वाधिक लंबे समय तक रहने वाले श्रीकृष्ण सिन्हा के रिकॉर्ड को पीछे छोडऩे की ओर बढ़ रहे हैं।
नीतीश अगर पांच साल सरकार चला लेंगे और सीएम बने रहेंगे तो वो बिहार में सबसे लंबे समय तक सीएम रहने का रिकॉर्ड तोड़ देंगे। बिहार के पहले मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण सिन्हा 17 साल 52 दिन मुख्यमंत्री थे। नीतीश अब तक 14 साल 82 दिन बिहार के मुख्यमंत्री रह चुके हैं।