जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारी विपक्ष से लेकर एनडीए जुटा हुआ है। इस दौरान एनडीए अपने कुनबे में छोटे दलों को शामिल कर रहा है। इसके आलावा एनडीए लगातार अब सक्रिय है जबकि पूरा विपक्ष अपनी ताकत लगा रहा है। मोदी सरकार को रोकने के लिए पूरा विपक्ष एक हो गया है।
इस वजह से मोदी सरकार के लिए आने वाला वक्त परेशानी ला सकता है। दूसरी तरफ पीएम मोदी लगातार विपक्ष पर निशाना साध रहे हैं। इ बीच मणिपुर पर जारी संग्राम के बीच मंगलवार को बीजेपी की संसदीय दल की अहम बैठक हुई है। इस बैठक में पीएम मोदी ने विपक्ष पर जोरदार हमला बोला है।
उन्होंने विपक्षी गठबंधन पर तंज कसते हुए कहा कि इंडिया नाम लगा लेने से ही नहीं हो जाता। ईस्ट इंडिया कंपनी ने भी इंडिया लगाया था और इंडियन मुजाहिद्दीन के नाम में भी इंडिया है।
पीएम मोदी ने कहा, विपक्ष बिखरा हुआ है और हताश है। विपक्ष के रवैये से ऐसे लग रहा है कि उनको लंबे समय तक सत्ता में आने की इच्छा नहीं है। इस अहम बैठक में मोदी के साथ गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत तमाम केंद्रीय मंत्री उपस्थित थे।
मणिपुर के मुद्दे पर संसद के दोनों सदनों में विपक्ष सरकार के बीच जोरदार टकराव देखने को मिल रहा है। कांग्रेस चाहती है पीएम मोदी स्वयं सदन में आकर इस पर बयान दे।
वहीं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने विपक्ष की मांग पर कहा कि लोकसभा में चर्चा के लिए सरकार पूरी तरह तैयार है। इतना ही नहीं अमित शाह ने यहां तक कहा कि उन्हें चर्चा से आपत्ति नहीं है. वो विपक्ष से अपील करते हैं कि इस विषय पर वो चर्चा का हिस्सा बने।
यह महत्वपूर्ण है कि देश भी इस बात को जाने कि मणिपुर हिंसा की वास्तविकता क्या है, इस संवेदनशील मुद्दे पर सरकार को बहस से किसी तरह की आपत्ति नहीं है। हालांकि उनके इस बयान पर लोकसभा में जमकर हंगामा हुआ। इस वजह से सदन को अगले दिन तक के लिए स्थगित करना पड़ा।
बता दे कि हाल में मणिपुर में कुकी समुदाय की दो महिलाओं को निर्वस्त्र सडक़ पर घुमाने का शर्मनाक मामला सामने आया है। बात यहीं पर खत्म नहीं हुई बल्कि घटना का वीडियो बनाया गया है और फिर इसे देशभर वायरल कर दिया गया।
अब तक मणिपुर में हिंसा देखने को मिल रही थी उसमे मार-काट की खबरें लगातर आती रही है लेकिन बुधवार को दो महिलाओं के साथ बर्बरता और भयावहता का जो वीडियो सामने आया, जिसके बाद पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। जहां एक ओर पूरे देश में गुस्सा है तो दूसरी ओर राजनीतिक दलों के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है।
मणिपुर बीते 82 दिनों से जातीय हिंसा की आग में जल रहा है. राज्य में 160 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं और हजारों बेघर होकर शरण लेने को मजबूर है।