जुबिली स्पेशल डेस्क
कोरोना महामारी के बीच इस समय दुनिया के कई देशों में मंकीपॉक्स के केस सामने आ रहे हैं। इसके बढ़ते मामलों को देखते हुए आशंका जताई जा रही है कि क्या अब मंकीपॉक्स वैश्विक महामारी का रूप लेगा।
लोगों की इस आशंकाओं को देखते हुए अब विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बड़ी जानकारी साझा की है। ब्ल्यूएचओ ने कहा था कि उसे अभी इस बात की चिंता नहीं है कि अफ्रीकी देशों से परे मंकीपॉक्स एक वैश्विक महामारी को जन्म दे सकता है लेकिन बाद में इसका कहर लगातार बढ़ रहा है और हल में ही मंकीपॉक्स को डब्लूएचओ ने ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित करने पर मजबूर होना पड़ा।
यह खतरनाक बीमारी अब तक दुनिया के 70 से अधिक देशों में फैल चुकी है। इसको लेकर डब्लूएचओ महानिदेशक डॉ. टेड्रोस ए. घेब्रेयसस के मुताबिक मंकीपॉक्स के अभी तक 16 हजार से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। बैठक में लंबी चर्चा के बाद WHO ने यह फैसला लिया था । मंकीपॉक्स अब तक 80 देशों में चपेट में ले चुकी है।
उधर भारत सरकार की नींद उड़ती नजर आ रही है। भारत में अब तक 4 मामले सामने आ चुके है। ऐसे में भारत सरकार पूरी तरह से एलर्ट है। नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने मीडिया से बातचीत में कहा है कि भारत में मंकीपॉक्स को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है, उनका कहना है कि सरकार ने इस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए है।
किसी भी तरह की घबराहट की कोई जरूरत नहीं है, लेकिन मंकीपॉक्स को लेकर हमारे देश और समाज को सतर्क रहने की जरूरत है. उनका कहना है कि देश में मंकीपॉक्स के चार मामले सामने आने के बाद भारत अलर्ट पर है, जबकि कई अन्य देशों में संक्रमण की संख्या बढ़ती जा रही है। डॉ वीके पॉल की माने तो भारत में मंकीपॉक्स अभी खतरनाक नहीं हुआ है और स्थिति कंट्रोल में है। इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है।