जुबिली स्पेशल डेस्क
बीते 18 दिनों से गाजा पट्टी पर इजरायल की बमबारी और तेज हो गई है। इजरायल लगातार गाजा को टारगेट कर रहा है। ऐसे में ये जंग अब महायुद्ध में भी बदल सकती है।
इसके पीछे मिडिल ईस्ट का एक अपना अलग रूख है। दरअसल ईरान से लेकर मिडिल ईस्ट के 57 मुल्क एक होते हुए नजर आ रहे हैं और इजरायल को चेतावनी दे रहे हैं कि इजरायल की सेना गाजा पट्टी में घुसती है तो युद्ध के नए मोर्चे खुल जाएंगे जबकि इजरायल की सेना गाजा की सीमा में दाखिल हो चुकी है और वो जमीनी स्तर पर अपना ऑपरेशन चला रही है।
इजरायल की सेना की पहला बार हमास के आतंकियों से जमीनी भिड़ंत हुई है। इजरायल के अंदर घुसने से महायुद्ध का खतरा और बढ़ता हुआ नजर आ रहा है। ऐसे में ईरान सहित मिडिल ईस्ट इजरायल को लेकर कोई कदम उठा सकते हैं।
उधर हमास-इजरायल युद्ध में युद्धविराम को लेकर संयुक्त राष्ट्र ने मंगलवार (24 अक्टूबर) को एक उच्च स्तरीय बैठक करने की बात सामने आ रही है और जंग रोकने का निवेदन किया गया है।
हालांकि इजरायल ने साफ मना करते हुए अस्वीकार कर दिया। संयुक्त राष्ट्र में इजऱाइल के राजदूत गिलाद एर्दान ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासचिव संयुक्त राष्ट्र का नेतृत्व करने के लिए उपयुक्त नहीं हैं क्योंकि वह ‘बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों की सामूहिक हत्या के अभियान’ के लिए कोई समझ नहीं दिखाते हैं।
इजरायल के विदेश मंत्री एली कोहेन ने कहा,कि आप किसी ऐसे व्यक्ति के साथ युद्धविराम के लिए कैसे सहमत हो सकते हैं जिसने आपके अस्तित्व को तबाह करने की कसम खाई है?अमेरिकी राष्ट्रपति से पूछा गया कि क्या अमेरिका इजरायल पर गाजा में ग्राउंड ऑपरेशन में देरी करने के लिए दबाव डाल रहा है? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि इजरायल अपने फैसले खुद ले सकता है…
दूसरी तरफ इजरायल की आर्मी ने अब ग्राउंड ऑपरेशन पर भी पूरा फोकस लगा दिया है। ऐसे में इजरायल और हमास अब एक दूसरे के सामने आ गए है और जमकर लड़ाई देखने को मिल रही है।
दोनों तरफ से बमबारी की गई है। पूरा इलाकाबमों से पाट हुआ देखा जा सकता है। हमास के लड़ाकों ने इजरायली सैन्य वाहनों को खत्म करने की बात कही है।मीडिया रिपोट्र्स की माने तो हमास के लड़ाकों ने दावा किया है कि उसने दो इजरायली सैन्य बुलडोजर और एक टैंक को नष्ट कर दिया है।