जुबिली न्यूज डेस्क
नीट-जेईई परीक्षा का देशभर में विरोध हो रहा है। छात्रों से लेकर विपक्ष, राज्य सरकारें परीक्षा स्थगित करने की मांग कर रही है,पर सरकार सुनने को तैयार नहीं है।
अब जब JEE परीक्षा शुरू होने में सिर्फ दो दिन बचे हैं, झारखंड सरकार इस परीक्षा को लेकर भ्रम की स्थिति में है। राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन 29-30 अगस्त की दरम्यानी रात 2 बजे के बाद ट्विटर पर आए और उन्होंने इसको लेकर चिंता जाहिर की।
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सोरेन ने लिखा, “जब देश में एक दिन में 75,000 से अधिक कोविड केस दर्ज हो रहे हैं, ऐसे में केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉक्टर रमेश पोखरियाल निशंक JEE और NEET देने वाले लाखों ब’चों के लिए चिंतित क्यों नहीं हैं। इस कारण मैं चिंता और तनाव में हूँ।
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इसके बाद एक और ट्वीट कर मुख्यमंत्री सोरेन ने लोगों से पूछा कि क्या ये परीक्षाएं स्थगित कर देने पर छात्रों को बड़ी हानि होगी। यह एक पोल ट्वीट था। इस वोटिंग में एक घंटे के अंदर 10, 000 से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया। इसमें से अधिकतर लोगों का जवाब था कि परीक्षा स्थगित किए जाने से छात्रों को कोई बड़ी परेशानी नहीं होगी।
I want to particularly ask and seek feedback from all my young engineer and doctor friends –
“” Will students face huge difficulties if #JEENEET exams are postponed ? “”
— Hemant Soren (घर में रहें – सुरक्षित रहें) (@HemantSorenJMM) August 29, 2020
फिलहाल अभी इस ट्वीट पर पोलिंग खुली हुई है। यह 30-31 अगस्त की आधी रात बाद तक चलेगी। ऐसे में यह सवाल उठना लाजिमी है कि जब JEE के शुरु होने में महज कुछ ही घंटे बचे होंगे, इस पोल के रिजल्ट से हेमंत सोरेन किस निष्कर्ष पर पहुंचेंगे और इसका क्या फायदा होगा।