जुबिली न्यूज डेस्क
गणतंत्र दिवस के मौके पर लाल किले पर प्रदर्शनकारियों द्वारा धार्मिक झंडा फहराये जाने की वजह से किसान आंदोलन सवालों के घेरे में आ गया है।
ट्रैक्टर परेड के दौरान लाल किले पर प्रदर्शनकारियों द्वारा धार्मिक झंडा फहराये जाने की घटना और दिल्ली में हिंसा को लेकर किसान नेताओं ने एक्टर दीप सिद्धू को आड़े हाथों लिया है और हिंसा फैलाने और हिंसा को भड़काने का आरोप लगाया है।
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि दीप बीजेपी के कार्यकर्ता हैं। वह सिख नहीं है, वो बीजेपी कार्यकर्ता है। प्रधानमंत्री के साथ भी उनकी एक तस्वीर है। ये किसानों का आंदोलन है और किसानों का ही रहेगा। कुछ लोगों को ये जगह तुरंत छोडऩी होगी और जिन लोगों ने बैरिकेड तोड़े वो हमारे आंदोलन का हिस्सा नहीं थे। ”
Deep Sidhu is not a Sikh, he is a worker of the BJP. There is a picture of him with the PM. This is a movement of farmers & will remain so. Some people will have to leave this place immediately- those who broke barricading will never be a part of the movement: Rakesh Tikait, BKU pic.twitter.com/7cXlKZ6gNe
— ANI (@ANI) January 27, 2021
मंगलवार को गणतंत्र दिवस के मौके पर लाल किला पर झंडा लगाने के दौरान मौजूद रहे अभिनेता दीप सिद्धू ने प्रदर्शनकारियों के कृत्य का यह कह कर बचाव किया कि उन लोगों ने राष्ट्रीय ध्वज नहीं हटाया और केवल एक प्रतीकात्मक विरोध के तौर पर ‘निशान साहिब’ को लगाया था।
‘निशान साहिब’ सिख धर्म का प्रतीक है और इस झंडे को सभी गुरुद्वारा परिसरों में लगाया जाता है। फेसबुक पर पोस्ट किये गए एक वीडियो में दीप सिद्धू ने दावा किया कि वह कोई योजनाबद्ध कदम नहीं था। इसे कोई साम्प्रदायिक रंग नहीं दिया जाना चाहिए जैसा कट्टरपंथियों द्वारा किया जा रहा है।
ये भी पढ़े: दिल्ली पुलिस की चेतावनी के बाद भी ट्रैक्टर परेड को सरकार ने दी इजाजत
ये भी पढ़े: ट्रैक्टर परेड में हिंसा पर कौन देगा जवाब
दीप ने यह भी कहा, ‘नये कृषि कानूनों के खिलाफ प्रतीकात्मक विरोध दर्ज कराने के लिए, हमने ‘निशान साहिब और किसान झंडा लगाया और साथ ही किसान मजदूर एकता का नारा भी लगाया।’
उन्होंने ‘निशान साहिब’ की ओर इशारा करते हुए कहा कि झंडा देश की विविधता में एकता का प्रतिनिधित्व करता है। ‘निशान साहिब’ सिख धर्म का एक प्रतीक है जो सभी गुरुद्वारा परिसरों में लगा देखा जाता है।
कभी सनी देओल के थे सहयोगी
दीप सिद्धू अभिनेता सनी देओल के सहयोगी थे, जब वह 2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान गुरदासपुर सीट से चुनाव लड़े थे। 2019 के लोकसभा चुनाव में सनी देओल के पूरे प्रचार में वह उनके साथ रहे थे।
सनी देओल और पीएम मोदी के साथ दीप सिद्धू की एक फोटो भी वायरल हुई थी, जिसके बाद सनी देओल ने पिछले साल दिसंबर में किसानों के आंदोलन में शामिल होने के बाद सिद्धू से दूरी बना ली थी।
इतना ही नहीं, जब दीप सिद्धू की तस्वीरें वायरल हुई तो सनी देओल ने ट्वीट किया और लिखा, ‘आज लाल किलेे पर जो हुआ उसे देख कर मन बहुत दुखी हुआ है, मैं पहले भी 6 दिसंबर को ट्विटर के माध्यम से यह साफ कर चुका हूं कि मेरा या मेरे परिवार का दीप सिद्धू के साथ कोई संबंध नही है। जय हिन्द’
ये भी पढ़े: घायल किसान, हलकान जवान
ये भी पढ़े: ट्रैक्टर परेड : दिल्ली हिंसा को लेकर अब तक 15 एफआईआर दर्ज
कौन हैं दीप सिद्धू
दीप सिद्धू पंजाबी फिल्मों के अभिनेता हैं और सामाजिक कार्यकर्ता भी। दीप ने अपने फिल्मी कॅरियर की शुरुआत पंजाबी फिल्म रमता जोगी से की थी, जिसे लेकर कहा जाता है कि इसके निर्माता धर्मेंद्र हैं।
ये भी पढ़े: …नहीं आए बोरिस, लेकिन संदेश गजब आया
ये भी पढ़े: भीषण ठंड की चपेट में UP, फिलहाल नहीं मिलेगी गलन से राहत
दीप सिद्धू का जन्म साल 1984 में पंजाब के मुक्तसर जिले में हुआ है। दीप ने कानून की पढ़ाई की है। वह किंगफिशर मॉडल अवार्ड भी जीत चुके हैं। 17 जनवरी को सिख फॉर जस्टिस से जुड़े केस के सिलसिले में एनआईए ने सिद्धू को तलब भी किया था।
योगेंद्र यादव ने भी उठाया सवाल
कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन की अगुवाई कर रहे नेताओं में से एक एवं स्वराज अभियान के नेता योगेंद्र यादव ने भी सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि हमने दीप सिद्धू को शुरू से ही अपने प्रदर्शन से दूर कर दिया था।