जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। पहले नीतीश कुमार ने लोकसभा चुनाव से इंडिया ब्लॉक को झटका दिया है और अब ममता के बाद आम आदमी पार्टी भी कांग्रेस को झटका देने को तैयार है।
दरअसल जिस तरह से ममता पश्चिम बंगाल में अकेले चुनाव लडऩे का ऐलान कर चुकी है और अब ठीक वैसे ही आम आदमी पार्टी के मुखिया केजरीवाल ने पंजाब के बाद दिल्ली में कांगेस को सिर्फ एक सीट देने की बात कह रही है।
ऐसे में एक बार फिर इंडिया ब्लॉक में शामिल पार्टियों के बीच सीट शेयरिंग पर आम बात नहीं बनती हुई दिख रही है। आम आदमी के प्रस्ताव पर कांग्रेस ने साफ कर दिया है कि दिल्ली में उनकी पार्टी सातों सीटों पर चुनाव लडऩे का मन बनाया है।
कांग्रेस ने इसके पीछे की वजह भी बतायी है और कहा है कि अन्य पार्टियों की तुलना में भी कांग्रेस दिल्ली में बेहतर स्थिति में है। इन सभी लोकसभा क्षेत्रों में कांग्रेस ने बैठकें और रैलियां की हैं।
हालांकि, अंतिम फैसला कांग्रेस हाईकमान करेगा। दूसरी तरफ दिल्ली की सत्ता पर काबिज आम आम आदमी पार्टी ने साफ कह दिया है उसने छह सीट पर चुनाव लडऩे का फैसला किया है और एक सीट कांग्रेस को देने के लिए तैयार है।
इतना ही नहीं आम आदमी पार्टी ने यहां तक दिया है कि उनकी पार्टी जल्द ही हम अपने सभी 6 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर देंगे।
दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने कहा, जहां तक दिल्ली में कांग्रेस की बात है तो पिछले चुनाव में भी हमारी पार्टी ने किसी भी अन्य पार्टी से बेहतर प्रदर्शन किया था. हम 5 सीटों पर दूसरे नंबर पर थे।
इस बार भी यहां तीन राजनीतिक पार्टियां हैं। इनमें से सिर्फ कांग्रेस पार्टी ने पिछले तीन महीनों में सभी सात लोकसभा सीटों के इलाकों में अपने कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की है। पांच लोकसभा क्षेत्रों में बड़ी सार्वजनिक रैलियां की हैं। अन्य पार्टियों की तुलना में कांग्रेस बेहतर स्थिति में तैयार है।